मध्य प्रदेश

खरीदी केंद्र और वेयरहाउस भंडारण प्रक्रिया के उलझन में सैकड़ों किसान

रिपोर्टर : शिवलाल यादव रायसेन।
रायसेन।
खरीदी केंद्र और गेंहू के वेयरहाउस में भंडारण प्रक्रिया के उलझन में सैकड़ों किसान फंस गए हैं। इस मामले में किसान सैयद जावेद उद्दीन बागोद, रतिराम यादव अमरावद, वजयाफ्त अजब सिंह मासेर, ऊधम सिंह, राममोहन बघेल, कृष्ण कांत चतुर्वेदी, उपेंद्र शुक्ला सौजना ,विष्णु मीना, चैन सिंह मीणा अजब सिंह ,हरनाम सिंह जाट, सुरेश वाजपेयी आदि ने बताया कि गेंहू खरीदी केंद्रों पर उनके एक एक दाने इस तरह से चैक किए गए जैसे सोना खरीद रहे हो। इसके बाद भी गेंहू उनका असली सोना गेंहू कैसे नकली सोने में तब्दील हो गया। फिलहाल यह समझ से परे है। लाखों रुपए के हुए इस घोटाले की परत दर परत उजाकर करने की बजाय जिम्मेदार आला अधिकारी खामोश बने हुए हैं।
बर्बाद हुए गेंहू का नहीं हुआ सही आंकलन……
खरीदी केंद्रों पर बेमौसम बारिश और हवा आंधी से बर्बाद हुई गेंहू की उपज का नुकसान का आंकलन नहीं हुआ है। जबकि खुद कलेक्टर उमाशंकर भार्गव एसडीएम तहसीलदारों के साथ मौके पर पहुँचकर नुकसान का जायजा लेने पहुंचे थे। गेंहू भींगने की लापरवाही बरतने पर केंद्र प्रभारियों को जमकर फटकार लगाई थी। यहां तक कि यहां के लापरवाह केंद्र प्रभारियों को शोकाज नोटिस भी जारी किए गए थे। एसडीएम एल.के.खरे और तहसीलदार अजय प्रताप सिंह पटेल, नायब तहसीलदार शिवांगी खरे ने भी खरीदी केंद्रों का निरीक्षण कर नुकसान की स्थिति का जायजा भी लिया था। निरीक्षण में गेंहू खराब भी मिला था। बावजूद इसके इन तीन तीन जिम्मेदार विभाग के आला अफसर भी यह तय नहीं कर पाए कि जिले में बेमौसम बारिश हवा आंधी से कितने गेंहू अभी तक खराब हो चुका है।
इन गेंहू खरीदी केंद्रों के नाम आए सामने….
गेंहू समर्थन मूल्य केंद्र परवरिया , खरबई, बीदपुरा, खंडेरा के केंद्र प्रभारी संतोष साहू, केंद्र मुडीयाखेड़ा, दीवानगंज, टिकोदा वेयरहाउस, बनखेड़ी नकतरा आदि शामिल हैं।
इन केंद्रों पर जिला विपणन विभाग के सर्वेयर भी मौजूद रहे। ऐसे में फिर कैसे गुणवत्ताहीन घटिया घुन लगे गेंहू की खरीदी आखिर क्यों कर ली गई है। कई ट्रक गेंहू रिजेक्ट क्यों और किस तरह हो गया था। वास्तव में यह जांच का विषय है। इस संबन्ध में गेंहू खरीदी केंद्र के सर्वेयरों की मौजूदगी में आखिर गुणवत्ता हीन गेंहू कि खरीदी क्यों कर ली गई थी। यह सभी की समझ से परे है। जबकि कई विभागों के अधिकारियों की जांच टीमें इन गेंहू खरीदी केंद्रों पर निरीक्षण करते हुए नजर आईं थीं।
इस संबंध में एसडीएम रायसेन एल.के. खरे का कहना है कि बेमौसम बारिश के दौरान कई केंद्रों पर गेंहू भीगने की खबरें आई थी। अभी तक इन खरीदी केंद्र प्रभारियों की रिपोर्ट नहीं आई है। गेंहू रिजेक्ट की भरपाई खरीदी केंद्र प्रभारियों की जेबों से की जाएगी।

Related Articles

Back to top button