पत्थर फर्सी खदान के गहरे गड्ढ़े में मजदूर युवक पानी में डूबा, होमगार्ड के सैनिक व गोताखोर मोटरवोट से शव तलाशने कर रहे दिन रात रेस्क्यू
परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल, कोतवाली पुलिस मामले की विवेचना में जुटी
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन। थाना कोतवाली के तहत आने वाले पत्थर फर्सी खदानों के लिए मशहूर क्षेत्र मूरेलकलां गांव की पानी से लबालब भरी पत्थर खदान में शुक्रवार की शाम करीबन 4 से 5 बजे एक खदान के बारिश से लबालब भरे गहरे गड्ढ़े के नजदीक मजदूर युवक के कपड़े जूते और साबुन पड़े मिले। जब मजदूर के परिजनों को इसकी जानकारी मिली तो वह पानी से भरे खदान के गड्ढ़े में उस श्रमिक युवक के डूबकर मरने की आशंका परिजनों ने व्यक्त की है। कोतवाली पुलिस को सूचना मिलते ही टीआई जगदीश सिंह सिद्धू के आदेश पर होमगार्ड के सैनिकों और गोताखोरों की टीम को निर्देश दिए। शुक्रवार की शाम 5 बजे से ही गहरे पानी से भरे गड्ढे में मजदूर युवक के शव की सर्चिंग करने मोटर वोट पर सवार होकर रेस्क्यू लगातार कर रहे हैं। होमगार्ड सैनिकों की टीम गोताखोरों का दल खदान के गड्ढ़े में पिछले दो दिन से दिन रात सर्चिंग करने में जुटे हुए हैं। यह पत्थर फर्सी खदान एक नामी गिरामी फ़रसियों के ठेकेदार की होना बताया जा रहा है।
कोतवाली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पत्थर खदान मुरैलकला में लापता एक 26 -27 वर्षीय युवक सन्तोष कुमार पिता विश्राम सिंह शुक्रवार की शाम 5 बजे से लापता खदान की जगह पर कपड़े ओर साबुन से शक,होम गार्ड टीम द्वारा सर्चिंग लगातार की जा रही है।
गोताखोरों का दूसरे रोज रेस्क्यू जारी……
शनिवार को दूसरे दिन भी होमगार्ड व स्थानीय गोताखोरों की रेस्क्यू टीम ने सुबह से खदान के पानी से भरे गड्ढे में मोटर वोट पर सवार हो सुबह से शाम साढ़े 5 बजे तक रेस्क्यू निरन्तर किया जाता रहा। लेकिन इन गोताखोरों को कोई सफलता हासिल नहीं हो सकी।मालूम हो कि जिला प्रशासन और शासन सहित जिला खनिज विभाग के अधिकारियों ने बंद पड़ी पत्थर फर्सी जानलेवा मौत को खुलेआम दावत देने इन खदानों के चौतरफा सुरक्षा व्यवस्था के तौर पर तार फेंसिंग के निर्देश खदान मालिकों को 2 साल पहले दिए थे।लेकिन लंबा अरसा बीत जाने के बाद भी सीमांकन कराना मुनासिब नहीं समझा गया है। खुली पत्थर फर्सी खदानें मूरेलकलां, पाली , कान पोहरा, हक़ीमखेड़ी, संग्रामपुर, याकूबपुर, सूरई टपरा पठारी, बड़ोदा साँचेत, अन्डॉल, बहेड आदि क्षेत्रों में है।
