कोविड महामारी में विश्व ने भारतीय संस्कृति और जीवन मूल्यों की वैज्ञानिकता को स्वीकारा है- राज्यपाल
विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में युवाओं के योगदान से देश आत्मनिर्भर बन रहा है- राज्यपाल
राज्यपाल श्री पटेल ‘‘क्षेत्रीय भारतीय युवा निवेशक और नवप्रवर्तनकर्ता चुनौती‘‘ विषय पर आयोजित सम्मेलन में हुए शामिल
रायसेन। महामहिम राज्यपाल मंगुभाई पटेल द्वारा जिले के ग्राम अगरिया चौपड़ा में सैम ग्लोबल विश्वविद्यालय द्वारा ‘‘क्षेत्रीय भारतीय युवा निवेशक और नवप्रवर्तनकर्ता चुनौती‘‘ विषय पर आयोजित सम्मेलन का दीप प्रज्जवलन कर शुभारंभ किया गया। उन्होंने सैम ग्लोबल विश्वविद्यालय के नवीन भवन का लोकार्पण भी किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस ज्ञान-विज्ञान प्रौद्योगिकी सम्मेलन में भाग लेते हुए मुझे अत्याधिक प्रसन्नता हो रही है। यह सम्मेलन, ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में हो रहे नवीन शोध कार्यो, आधुनिक तकनीकों में हो रहे अपडेशन के व्यापक स्तर पर प्रसारण में लाभकारी होगा। उन्होंने अपेक्षा है कि कार्यक्रम में शामिल सभी भावी वैज्ञानिक यहां के मौलिक तथ्यों को लेकर भारत की समृद्ध वैज्ञानिक परम्पराओं को लेकर नई ईबारत लिखेंगे।
राज्यपाल पटेल ने कहा कि भारतीय संस्कृति में सांस्कृतिक अवधारणाएं और विचार वैश्विक सम्पदा के साथ अभिव्यक्त हुए हैं। वैश्विक महामारी कोविड के दौरान सम्पूर्ण विश्व ने भारतीय संस्कृति और जीवन मूल्यों की वैज्ञानिकता को पहचानकर योग, प्राणायाम और आयुर्वेद की महत्ता को स्वीकार्य किया है। आज हमारा देश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। हमारे युवा और वैज्ञानिक देश में ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व में अपनी विद्वता की धाक जमा रहे हैं। ऐसी ही अपेक्षा यहां पढ़ रहे युवाओं से भी है। इस सदी की सबसे बड़ी वैश्विक महामारी कोविड का टीका विकसित कर हमारे वैज्ञानिकों ने राष्ट्र को गौरवान्वित किया है, हम सभी उनके आभारी है। राज्यपाल पटेल ने सैम विश्विद्यालय द्वारा आयोजित नेशनल लेवल के जीनियस 2021 क्विज के विजेता छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र और प्राइज मनी प्रदान कर पुरस्कृत भी किया। कार्यक्रम में कलेक्टर अरविन्द कुमार दुबे, पुलिस अधीक्षक विकाश कुमार शाहवाल तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृत मीणा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।