आटा के बिना रसोई की कल्पना करना भी मुश्किल, आटा चक्की वाले भी दे रहे नियमित सेवा
सिलवानी। विश्व में फैली महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 के कारण पूरा भारत लॉकडाउन है। लोगों का घर से निकलना बंद है। आज की स्थिति में पूरे देश में 144 धारा लागू लगी हुई है। आवश्यक सामानों की खरीद के लिए समय निर्धारित है। इसी बीच हमें नित्य प्रतिदिन दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए जरूरी खाद्य सामानों में दाल, चावल, आटा जो हमें प्रतिदिन लगता है। इसके बिना रसोई की कल्पना करना ही मुश्किल है। बिना रोटी के भोजन नामुमकिन है। संकट की इस विषम परिस्थिति में हमारे नगर के आटा चक्की वाले भी हमारी नियमित सेवा कर रहे हैं। पुलिस वालों के डर से बचते-बचाते सामाजिक दूरी का पालन करते हुए लोगों के घरों का गेहूं व अनाज पीस कर रोटी की व्यवस्था बना रहे हैं। कई बार उन्हें पुलिस वालों से डांट भी खाना पड़ती है। फिर भी वह हमें निरंतर सेवाएं दे रहे है। क्षेत्र के ऐसे सेवाभावी आटा चक्की वालों का हमारा मृगांचल एक्सप्रेस परिवार की ओर से नमन।
रिपोर्टर : शुभम साहू, सिलवानी।