संयुक्त छापामार टीम ने खनिज माफिया डॉन रघुवीर यादव के अवैध उत्खनन और शासकीय जमीन पर अतिक्रमणो की जांच की
5 घण्टे तक चली छापामार कार्रवाई जांच अधिकारी बोले जांच रिपोर्ट जल्द शासन को भेजी जाएगी
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन। पठारी के खनिज माफिया डॉन रघुवीर सिंह यादव के वनभूमि, राजस्व और माइनिंग की जमीन पर अवैध मुरम कोपरा उत्खनन, सरकारी भूमि पर अवैध रूप से ईंटभट्टा संचालन की गतिविधियों और सरकारी जमीन पर पठारी गांव और आसपास के क्षेत्रों में अतिक्रमण कर खेती करने, अवैध तरीके स्टोन पॉलिश मशीन की बारीकी से जांच करने मप्र रायसेन और वन मंत्रालय नई दिल्ली की, खनिज विभाग रायसेन वन विभाग की उड़नदस्ता टीम, पुलिस विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने पठारी पहाड़ों जेल पहाड़ी के अवैध खनन के ठिकानों पर पहुंची। संयुक्त टीम के जांच अधिकारियों ने शनिवार को सुबह 11 से शाम 5 बजे बारिश के बावजूद करीब 5 घण्टे तक जांच कार्रवाई को अंजाम दिया गया। यह अधिकारियों का जांच दल कलेक्टर उमाशंकर भार्गव और सामान्य वनमण्डल रायसेन के डीएफओ अजय कुमार पांडेय के आदेश पर पठारी गांव के दबंग खनिज माफिया रघुवीर यादव के अवैध मुरम कोपरा भसुआ उत्खनन वाले पहाड़ों राजस्व और माइनिंग विभाग की जमीनों पर अवैध रूप गौण खनिज अवैध खनन के ठिकानों की बारीकी से बारी बारी से जांच पड़ताल की। इस संयुक्त टीम में एसडीएम एलके खरे, माइनिंग इंस्पेक्टर राजीव कदम, नायब तहसीलदार शिवांगी खरे, पटवारी राजस्व निरीक्षकों पुलिस अधिकारी सहित केंद्र सरकार की पर्यावरण वन मंत्रालय के अधिकारियों ने स्थल निरीक्षण कर जांच की। जांच अधिकारियों ने कहा कि यह संयुक्त जांच कार्यवाही लगातार चलेगी। यह रोजाना होने वाली जांच कार्यवाही की रिपोर्ट अधिकारी शासन को भेजेंगे।
यहां शुरू की जांच कार्यवाही….
अधिकारियों की संयुक्त टीम ने शनिवार को सुबह से लेकर शाम 5 बजे तक बरसते पानी में हाथों में छाते लेकर जेल पहाड़ी बगल के दोनों पहाड़ों में अवैध जंगल पेड़ों की कटाई और यहां से वन भूमि पहाड़ों से खोदी गई टनों अवैध रूप से मुरम, कोपरा और भसुआ बोल्डरों की खुदाई कर सड़क ठेकेदारों कालोनाइजरों को सप्लाई कर करोड़ों रुपये की कमाई की गई है। इनकी बिन्दुवार जांच घन मीटर से मापजोख कर रजिस्टर में इंट्री की। इसके अलावा सरकारी वनभूमि, राजस्व विभाग सहित माइनिंग की जमीन को हड़प कर खेती की जा रही थी। साथ ही इन जमीनों पर अवैध रूप से ईंट भट्ठे और पत्थर फर्सी पॉलिस मशीन लगाकर दबंगई से ईटों और पत्थर का कारोबार धड़ल्ले से किया जा रहा था। यह अवैध कारोबार खनिज माफिया डॉन रघुवीर यादव पिता पैजन सिंह यादव परिजन कई सालों से करते चले आ रहे थे। इन्हें पूर्व में भाजपा के मंत्रियों नेताओं और सफेद पोश नेताओं का भी राजनैतिक संरक्षण हासिल था। पठारी गांव के ज्यादातर लोगों का कहना है कि खनिज माफिया डॉन दबंगई दिखाकर धड़ल्ले से पोकलिन जेसीबी मशीन ट्रैक्टर ट्राली डंपरों के जरिए उत्खनन कर परिवहन कर रहा था।
इन गांवों में भी खनिज माफिया डॉन ने किया था मुरम कोपरा का अवैध खनन…..
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि अंडोंल की जंगल वाली पहाड़ी सहित अमरावद डैम के पास राजस्व की पहाड़ियों, भादनेर का पठार की अवैध खुदाई कर गहरा तालाब बनाया, कोरी मोरी पहाड़ी कौड़ी, माखनी वनभूमि बीड़, मेहँगाव के क्षेत्र से अवैध मुरम खुदाई, नेवली, गनिहारी, डबरा, इमलिया संग्रामपुर आदि क्षेत्रों में अवैध रूप से मुरम, भसुआ कोपरा उत्खनन कर जमकर परिवहन किया गया है। जिससे खनिज माफिया डॉन रातों रात करोड़पति बन गया।
शिकायतों को तवज्जो नहीं देते थे अधिकारी….
मृतक के परिजन अर्जुन यादव, बुजुर्ग पिता मोकम सिंह यादव, बदन सिंह यादव कई बार पठारी गांव के खनिज माफिया डॉन रघुवीर यादव व उनके परिजनों द्वारा शासकीय वन भूमि राजस्व भूमि सहित सरकारी जमीन हड़प कर अवैध रूप से खेती और मुरम कोपरा भसुआ बोल्डरों उत्खनन कर सालों से करने की शिकायतें करने पहुंचते थे। वे आवेदन एसडीएम, तहसीलदार, एसपी, कलेक्टर समेत कोतवाली थाने में दिए पर इनका कोई असर नहीं होता था। बल्कि खनिज माफिया के इशारे पर मामले में बजाय ठोस कार्रवाई करने के लीपापोती होती रही। अर्जुन यादव व उनके परिजनों ने बताया कि कई बार उनके आवेदनों को टीआई से लेकर एसडीएम और तहसीलदार उनके आवेदनों को उनकी आंखों के सामने डस्टबीन में फेंक हमारा अपमान कर देते थे।