साईखेड़ा में लॉकडाउन से लोगों की रोजी-रोटी का संकट, मजदूर वर्ग परेशान
रिपोर्टर : शिवकुमार साहू।
सिलवानी। एक ओर जहां रायसेन जिले में जनता कर्फ्यू को 1 जून से कुछ शर्तों के साथ व्यावसायिक गतिविधियों के संचालन की अनुमति दी गई परन्तु साईंखेड़ा में 1 जून की स्थिति में 7 कोरोना पॉजिटिव होने से रेड जोन के कारण साईंखेड़ा को पूर्ण बंद कर किसी ग्राम में बाहरी व्यक्तियों की आवाजाही और व्यावसायिक गतिविधियों संचालित को बंद किया गया था।
ग्राम साईंखेड़ा में सीएमएचओ डॉ दिनेश खत्री ने दौरा कर ग्राम के सभी कोरोना पॉजिटिव को आइसोलेशन सेन्टर में शिफ्ट किया गया था। और वर्तमान में 2 लोग ही कोरोना पॉजिटिव होकर आइसोलेशन सेन्टर में स्वास्थ्य लाभ ले रहे है। इसके बाबजूद भी साईंखेड़ा में व्यावसायिक गतिविधियों संचालित करने की अनुमति नही दी जा रही है।
साईंखेड़ा में मजदूरों, छोटे दुकानदारों ने अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा कि सिलवानी तहसील का कस्वा साईंखेड़ा में आम दिनों में तकरीबन ढाई से लेकर 3 हज़ार मजदूरों का जीवन यापन मजदूरी पर निर्भर होता है लेकिन सम्पूर्ण रायसेन जिले में 31 मई को लॉकडाउन हट जाने के बाद भी इस गाँव में आज भी लॉकडाउन लगे होने की वजह से मजदूरी कार्य करना और कराना संकट में देखा जा रहा है । कामों की कमी सी आ गई है वहीं इन्ही मजदूरों पर निर्भर छोटे व्यापारी अपना घर परिवार का प्रतिपालन करते हैं ।
मजदूरों एवं छोटे दुकानदारों का कहना है कि इससे तो अच्छा होता कि कोरोना उन्हें पकड़ लेता और उसकी जान चली जाती, क्योंकि घर परिवार का खर्च चलाना, बच्चों का पेट पालना उनके लिए बेहद मुश्किल हो रहा है। कई लोगों ने कहा कि कभी-कभी तो लगता है कि सुसाइड कर लिया जाए । वही मौजूद एक छोटे किराना दुकानदार ने बताया कि एक साल में हालात काफी बदल चुके है । सड़कें वीरान हो गई हैं और रात्रि के दौरान भोजन पानी तक के लिए सोचना पड़ता है। हमारी उधारी तो मानो अब मिलना मुश्किल है।
अधिकारियों के आदेशों का किया गया पालन, लॉक डाउन खोले जाने की उठी मांग
प्रशासनिक अधिकारीयों ने सख्ती के साथ 1 जून को साईखेड़ा के हालातों का जायजा लेते हुए कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को आइसोलेशन सेंटर भेज दिया था साथ ही आस पड़ोस के व्यक्तियों के जांच के सैंपल लिए गए थे। जो नेगेटिव पाए गए थे। और इस गाँव को रेड ज़ोन घोषित करते हुए अपने अपने घरों में रहने की हिदायत प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा दी गई थी ।
बताया जाता है कि 1 जून को बताया गया था 7 जून तक लॉक डाउन रहेगा 8 जून को खोल दिया जावेगा। वर्तमान में 2 संक्रमित व्यक्ति सांईखेड़ा ग्राम के नदीपार स्थित कुशनगर के खेत में बने मकान में निवास करते हैं जो कि आइसोलेशन सेन्टर में है। नियमानुसार केवल उस एरिया को रेड ज़ोन घोषित कर साईंखेड़ा को रेड ज़ोन से मुक्त किया जावे।
इन सबके बीच में आज 8 दिन होने को है। जहां पर रायसेन जिले के इस एक मात्र ग्राम में जो आज भी रेड ज़ोन बना हुआ है । यहां पिछले दिनों से आज दिन तक मरीजों की संख्या नहीं बढ़ी है ना ही ऐसे हालात दिखाई दे रहें हैं । ग्रामवासियों ने भी हालात पर काबू पाने के लिए मास्क लगाए हैं। सैनिटाइजर का भी उपयोग किया जा रहा है। अनजान व्यक्तियों से दूरियां रखीं जा रहीं हैं । जिससे कि प्रशासन का सहयोग हो सके इतना सब होने के बाद अगर यहां नए मरीज नहीं मिले हैं संख्या नहीं बढ़ी है तो आज लॉक डाउन खोल दिया जाना था लेकिन जानकारी प्राप्त हो रही है की लॉक डॉन 15 जून तक रहेगा। सभी ग्रामीणों ने ग्राम के हालातों पर ध्यान देते हुए मांग की है की लॉक डाउन में अन्य ग्रामो की तरह व्यावसायिक गतिविधियों को संचालन करने की अनुमति प्रदान की जावे।।
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