फौजी पिता की मौत के कोरोना से गुजरी माँ अनाथ हुए बच्चे
बरेली। कोरोना की दूसरी लहर में कई परिवार उजड़ गए कुछ परिवारो को सहायता भी मिली लेकिन कुछ अभी इंतजार में हम बात कर रहे है । प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के गृह ग्राम जैत से महज सात किलोमीटर दूर ग्राम कूटनासिर की जहां 5 साल पहले अपने फौजी पिता को खो चुके आर्यन ओर अभय चौहान ने इस कोरोना महामारी में अपनी माँ को भी खो दिया अब उनका सहारा उनके नाना नानी है ।
कोरोना महामारी में अपनी माँ प्रविता चौहान को खो चुके 13 ओर 7 साल के दो बच्चों के ऊपर से अपने माँ बाप का साया उठ गया । अब यह दोनों बच्चे अपने नाना नानी के यहां रह रहे है । भोपाल में निजी अस्पताल में चले माँ के इलाज के बाद भी नही बचा पाए ऐसे में अब इन बच्चों को अपने मामा यानी शिवराज सिंह से उम्मीद है वो कुछ मदद करेंगे ।
फौजी पिता की मौत के बाद आर्यन ओर अभय चौहान अपनी माँ के साथ भोपाल में रहते थे बड़ा बेटा आर्यन आर्मी स्कूल में पढ़ाई कर रहा था पिता की पेंशन से घर का गुजारा बड़े अच्छे से चल रहा था। अब माँ के गुजर जाने से आगे क्या होगा अभी तो अपने नाना नानी के यहां रह रहे यह बच्चे हालांकि फ़ौज के नियम के मुताबिक इन बच्चों को सहायता मिलेगी लेकिन प्रदेश के मुखिया से भी इन दोनों अनाथ हुए बच्चों को कोविड में बनाये नियमो से मदद मिलने की उम्मीद है।