रैंक सुधारने दीवारों पर पेंटिंग, दो-दो बार हो रही नगर की सफाई
स्वच्छता सर्वेक्षण में सिलवानी को पहले पायदान पर लाने के प्रयास जारी
सिलवानी। स्वच्छ भारत अभियान के तहत प्रतिवर्ष स्वच्छता का सर्वेक्षण किया जाता है। जिसके बाद शहरों की रैकिंग की जाती है। रैकिंग के उपरांत सबसे स्वच्छ शहरों तथा जिलों को पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। यह पुरस्कार नागरिकों को स्वच्छता के प्रति और भी प्रोत्साहित करते है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के स्वच्छता सर्वेक्षण में कुछ अन्य नए आयामों को भी शामिल किया गया है जिसमें अपशिष्ट जल के निस्तारण के बाद उसे फिर से स्वच्छ कर प्रयोग करने पर कार्य किया जाएगा। स्वच्छता रैंकिंग 2022 के लिए काउंटडाउन शुरू हो गया है। सिलवानी नगर परिषद इस स्वच्छता रैंकिंग में पार्टिसिपेट कर रही है। स्वच्छता संर्वेक्षण मार्च तक पूरा होगा, लेकिन सिटीजन फीडबैक लेने का काम शुरू कर दिया है। एक जनवरी से शुरू ऑनलाइन सिटीजन फीडबैक 31 मार्च तक लिया जाएगा। इसमें 18 से 99 साल तक की उम्र के लोग भाग ले सकते हैं। फीडबैक 1800 नंबर का होगा। परिषद के चुनावों में विलंब के चलते नपा की बागडोर वर्तमान में प्रशासक के तौर पर एसडीएम संघमित्रा बौद्ध के पास है, वहीं नपा सीएमओ राजेन्द्र शर्मा है। एक ओर प्रशासकिय दक्षता और अनुभव तो दूसरी और युवा जोश इन दिनों सिलवानी नगर को स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में रैंक सुधारने के लिए दोनो ही जी जान से लगे हुए हैं। अब देखना होगा कि इनके प्रयास कितने कारगर हो पाते हैं। इसका परिणाम तो तभी सामने आयेगा जब केंद्रीय टीम तय मापदंडों के अनुसार निरीक्षण के बाद रैकिंग तय करेगी। उल्लेखनीय है कि स्वच्छता रैकिंग में सिलवानी नगर को वर्ष 2020 में बेस्ट जाॅन के लगभग 565 शहरों में 135 स्थान मिला था। जिसे सुधारकर नपा प्रशासक, नपा सीएमओ प्रथम पायदान पर लाने के प्रयास कर रहे हैं।
नपा द्वारा स्वच्छता की रैकिंग सुधारने के प्रयास।
1- नगर की दीवारों पर स्वच्छता का संदेश देते स्लोगन अंकित करवाये।
2 -स्वच्छता रथ के माध्यम से नगर भर में मुनादी करवाई।