थाना में नही लिखी गई एफआईआर, रिपोर्ट लिखाने गए पीड़ित और उसके साथी के साथ पुलिस कर्मी ने की अभद्रता
रायसेन । प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा लाख कोशिश की जा रही है की आपराधिक मामलो को गंभीरता से लिया जाया वही रायसेन पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला के द्वारा भी अपराधो पर अंकुश लगाया जा रहा है जहाँ उच्च अधिकारियों का प्रयास लगातार अपराध पर अंकुश और पीड़ितों की सुनवाई और न्याय का प्रयास किए जा रहे हो लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है उदयपुरा थाना में एफआईआर लिखवाने के लिए सोर्स की जरूरत पढ़ती है यदि उदयपुरा थाना कोई फरियाद लेकर पहुचता है तो उसकी हैसियत देखी जाती है उदयपुरा थाना रिपोर्ट करने के लिए ग्राम डुंगरिया (आवारिया) निवासी सुंदरलाल पहुँचे तो उनके साथ और उनके साथ गए रोहित रघुवंशी के साथ पुलिसकर्मी पी.आर. पाटिल के द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया। वही रोहित रघुवंशी ने बताया की उनको कुर्सी से उठा दिया गया । पीड़ित सुंदरलाल मेहरा के साथ ग्राम के दबंगो ने घर मे घुसकर मारपीट की गई वह 4 जुलाई को रिपोर्ट करने उदयपुरा थाना पहुचे लेकिन रिपोर्ट नही लिखी गई फिर उसके बाद 6 जुलाई को पहुचे तो खानापूर्ति करके भिजा दिया। वही 9 जुलाई को थाना प्रभारी प्रकाश शर्मा के पास पहुँचे तो उनके द्वारा बाहर बैठा दिया गया। वही पुलिस कर्मी एफआईआर लिखने से मना करते रहे। जिम्मेदारो ने यह कहकर पलड़ा झाड़ दिया कि हमने मारपीट करने वालो को समझा दिया अगर वो दोबारा बोले तो बताना। लेकिन जिस कार्यप्रणाली से उदयपुरा पुलिस काम कर रही है उससे असामाजिक तत्वों के हौसले बुलन्द होते जाते है । और यह बड़ी घटनाओं को अंजाम देने में कामयाब हो जाते है। यदि सही समय पर सही कार्यवाही होती है तो अपराध और अपराधियों पर अंकुश लग सकता है ।
इस संबंध में प्रकाश शर्मा थाना प्रभारी उदयपुरा का कहना है कि उक्त मामले की जांच एसआई संतोष सिंह कर रहे है। मैं मामले को देखकर बताऊंगा।