मध्यप्रदेश पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में हड़ताल प्रारंभ
सिलवानी। मध्य प्रदेश पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के संगठनों के संयुक्त मोर्चे के आह्वान के बाद शुक्रवार 22 जुलाई से ग्राम पंचायतों और जनपद पंचायत के अधिकारी एवं कर्मचारी हड़ताल पर हैं। इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जिसमें मामा तेरी तानाशाही नहीं चलेगी-नहीं चलेगी, हमारी मांगें पूरी करो, हम कर्मचारी- अधिकारी अपना अधिकार मांगते नहीं किसी से भीख मांगते।
पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग संयुक्त मोर्चा ने 22 जुलाई दिन गुरुवार को कलम बंद, कार्यालय बंद का आह्वान किया है। जिसके तहत 22 जुलाई से संगठन के संयुक्त मोर्चे पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग के द्वारा हड़ताल की जा रही है। पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग संयुक्त मोर्चा संगठन ने बताया कि है कि 52 हजार गांव और 312 जनपद व जिलों में एवं राज्य संवर्ग के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के 17 घटक संगठनों के अधिकारियों कर्मचारियों की महत्वपूर्ण मांगों का निराकरण जल्द नहीं किया गया तो मध्य प्रदेश पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग संयुक्त मोर्चा बड़ा आंदोलन करेगा। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन की होगी।
हड़ताल में कौन कौन से संगठन शामिल हैं
प्रदर्शन में ग्राम पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, मनरेगा डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास अभियंता संघ, मनरेगा अधिकारी कर्मचारी संघ, जिला जनपद पंचायत कर्मचारी संगठन, विकासखंड समन्वयक संघ, प्रधानमंत्री आवास योजना स्वच्छता मिशन अधिकारी कर्मचारी संघ, राज्य आजीविका मिशन कर्मचारी संघ, पंचायत समन्वयक अधिकारी कर्मचारी संगठन सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी संगठनों का प्रदर्शन में समर्थन रहा। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर विभागीय कर्मी एकजुट हैं।