रोजगार सहायक ने फर्जी आवास दर्शाकर निकाली राशि, जांच में प्रमाणित हुआ मामला
ग्राम पंचायत खमरियागंज का मामला
रिपोर्टर : मसूद पटेल, गढ़ी
रायसेन। जिले की गैरतगंज जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत खमरियागंज के रोजगार सहायक द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना में बड़ा फर्जीबाड़ा कर लाखों रूपये आहरण करने का मामला प्रकाश में आया है। रोजगार सहायक ने ग्राम खमरियागंज के एक हितग्राही के नाम से कागजों में आवास दर्शाकर बगैर निर्माण के पूरी राशि निकाल ली है। ग्रामीणों की शिकायत पर जिले की टीम की जांच में पूरा मामला प्रमाणित भी हुआ है।
शासन स्तर पर चलाई जा रही जनहितैशी प्रधानमंत्री आवास योजना में ग्राम पंचायत खमरियागंज के रोजगार सहायक ललित साहू द्वारा बड़े स्तर पर फर्जीबाड़ा किया है। रोजगार सहायक ने ग्राम खमरियागंज के रहने वाले हितग्राही धर्मप्रकाश सेन से मिलीभगत कर नियम विरूद्ध ढंग से योजना का लाभ दिलाया गया है। रोजगार सहायक ने कागजी खानापूर्ति में नींव स्तर से लेकर भवन निर्माण तक के फोटो दूसरे हितग्राही के अपलोड कर दिए। तथा निर्माण के लिए आने वाली चारों किश्तों का आहरण बगैर आवास बनाए ही कर लिया। जब इस बात की जानकारी ग्रामीणों को मिली तो तो इसकी शिकायत अधिकारियों को की गई। तथा शिकायत के बाद जिले से प्रधानमंत्री आवास के जिला समन्वयक प्रवीण झोंपे अपनी टीम के साथ जांच के लिए पहुंचे। जांच के दौरान रोजगार सहायक ने जांच टीम को गुमराह करने के उद्देश्य से दूसरे हितग्राही हरिशंकर का आवास बताने की कोशिश की। परन्तु रोजगार सहायक द्वारा की जा रही गुमराह करने की कोशिशें काम नही आई तथा जांच टीम ने पूरा मामला पकड़ लिया। जांच टीम को मौके पर धर्मप्रकाश का आवास नही मिला। तथा आवास बनाने के नाम पर एक लाख पांच हजार की राशि आहरण करना पाया गया। जांच टीम को यह भी पता चला कि रोजगार सहायक ने इस मामले के अतिरिक्त अन्य आवासों में फोटो सहित अन्य दस्तावेज भी फर्जी तरह से अपलोड कराए है। रोजगार सहायक द्वारा किए गए इस 420 के प्रकरण के बाद जांच प्रतिवेदन बनाया गया है। जांच के लिए पहुंचे प्रधानमंत्री आवास के जिला समन्वयक प्रवीण झोंपे ने बताया कि शिकायत की जांच में आरोप प्रमाणित हुए है फिलहाल जांच प्रतिवेदन तैयार किया जा रहा है।
चार चरण पूरा करने के बाद पहुंचती है निर्माण की राशि
प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत किसी हितग्राही को आवास बनाने के लिए चार अलग अलग चरणों में प्रक्रिया में शामिल होकर निर्माण की राशि दी जाती है। हितग्राही को प्रथम किस्त 25 हजार रूपये नींव स्तर तैयार करने पर मिलती है दूसरी किस्त 40 हजार रू दीवार निर्माण, तीसरी किस्त 40 हजार रू छत स्तर तैयार होने एवं चौथी किस्त 15 हजार पलास्टर लेवल पूरा होने पर हितग्राही के खातें में डाली जाती है। इसके अतिरिक्त मजदूरी की राशि 89 से 90 दिनों की मजदूरों के खातों में डाली जाती है। इस पूरी प्रक्रिया में हर चरण में मौका स्थल का निरीक्षण उपयंत्री, पीसीओ, सचिव, रोजगार सहायक द्वारा करने एवं फोटो अपलोड करना होते है। इतनी प्रक्रिया होने के बावजूद खमरियागंज में इस प्रकार का फर्जीबाड़ा सोचनीय विषय है।