ताश के पत्तों की मानिंद ढह रही सेंट्रल जेल की मुख्य सुरक्षा की दीवार , 1 सप्ताह में दो बार गिरी
हाई सिक्योरिटी जेल का दर्जा हासिल है सागर को
एक साल तक दांव पर रहेगी जेल की सुरक्षा व्यवस्था
सागर.। हाई सिक्योरिटी का दर्जा सेंट्रल जेल सागर की मुख्य सुरक्षा दीवार एक सप्ताह में दूसरी बार शनिवार को ताश के पत्तों की मानिंद ढह गई । दीवार के गिरने से अब जेल की अंदरूनी सुरक्षा कटघरे में है। इधर शहर वासियों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर क्या वजह है कि जेल की दीवार बार-बार गिर क्यों रही है ? वह भी बिना मानव दखल के। जेल में ना तो सुरंग खोदी जा रही है और ना ही यह किसी साजिश का हिस्सा है । दरअसल जेल में सबसे मजबूत चारदीवारी ही होती है । जब दीवार ही कमजोर हो तो सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह लगना लाजमी है।
ज्ञातव्य हो की फिल्मों के यह डायलॉग भी खूब चर्चाओं में रहे हैं कि किसी भी जेल की चाहरदीवारी इतनी मजबूत नहीं है कि फलां को 24 घंटे रोक सके या जेल की दीवार फांदना अमुक का तो बाएं हाथ का खेल है। लेकिन सागर सेंट्रल जेल की दीवार तो खुद व खुद नतमस्तक हो गई है ।
कभी भी ढह सकती है 275 फुट लंबी दीवार
इस संबंध में सागर सेंट्रल जेल के अधीक्षक संतोष सोलंकी का कहना है कि जेल की बाहरी दीवार जर्जर होने व कभी भी ढह जाने का उन्हें पहले से ही अंदेशा था। जेल के मुख्य प्रवेश द्वार से ठीक पीछे की करीब 50 मीटर लंबी बाहय सुरक्षा दीवार कमजोर थी । इस जानकारी से जेल मुख्यालय भोपाल के वरिष्ठ अधिकारियों को पूर्व में ही अवगत करा दिया था । करीब 275 फुट लंबाई की इस दीवार का बाकी हिस्सा भी ऐसे ही भविष्य में धराशायी हो सकता है। हालांकि लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों ने इस दीवार के निर्माण व मरम्मत के लिए करीब 1 करोड़ रुपए का एस्टीमेट बनाया है। जिसे स्वीकृति के लिए जेल मुख्यालय भोपाल भेजा गया है । बजट आने के बाद ही दीवार का मरम्मत कार्य शुरू किया जा सकेगा ।
तो 1 साल लग जाएगा दीवार की मरम्मत में
जेल अधीक्षक का कहना है कि जेल मुख्यालय में बजट स्वीकृति को लेकर विचार विमर्श चल रहा है। स्वीकृति में कितना समय लगेगा इस बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता। वैसे भी यदि आगामी दिनों में राशि स्वीकृत हो ही जाती है तो इतनी लंबी दीवार की मरम्मत के कार्य में करीब एक साल का समय लग जाएगा। दीवार गिर जाने के बाद वाहय दीवार के अंदर व बाहरी हिस्से में अस्थाई बैरिकेडिंग की गई है। जब तक मरम्मत कार्य पूर्ण नहीं हो जाती तब तक जेल की सुरक्षा आस्थाई व्यवस्था से ही होगी। यहां काबिले गौर बात यह है कि बीते एक दशक में सेंट्रल जेल की बाहरी सुरक्षा दीवार कई दफे धरा शाही हो चुकी है और इसकी मरम्मत भी कराई गई है । लेकिन दीवार की मजबूती संदेह के दायरे में ही रहती है।
