नेशनल हाइवे सहित सड़कों से मील के पत्थर मुंडियां गायब जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों की लापरवाही उजागर
आए दिन सड़क दुर्घटनाओं में हो रहा इजाफा, सड़कों के किनारे संकेतक बोर्ड नहीं लगाए
रिपोर्टर : शिवलाल यादव
रायसेन। रायसेन शहर सहित जिले से निकले स्टेट हाइवे, नेशनल हाइवे जयपुर जबलपुर 12, होशंगाबाद बैतूल इटारसी 69 ओबेदुल्लागंज सहित भोपाल से होते हुए रायसेन विदिशा नेशनल हाईवे 146, सलामतपुर भोपाल हाइवे 18 रायसेन भोपाल बायपास मार्ग समेत जिले के गांव कस्बों तहसील क्षेत्रों में बनाई गई सड़कों के किनारे भारी अव्यवस्थाओं की भरमार है। विभागीय अधिकारियों की घोर लापरवाही का आलम यह है कि शहर सहित जिले की अमूमन सभी सड़कों पर विभागीय अधिकारियों ठेकेदारों की उदासीनता मनमानी के चलते सड़क किनारे लगे मील के पत्थर, मुंडियां गायब हो चुकी हैं।मौजूदा समय में विभिन्न विभागों और अन्य मदों से बन रहीं नई सड़कों के किनारे पीडब्ल्यूडी रायसेन सहित प्रधानमंत्री सड़क परियोजना मंडी बोर्ड की सड़कों के किनारे भी कमोवेश कुछ ऐसे ही हालात बने हुए हैं। इसके अलावा सड़कों के अंधे मोड़ों डेंजर जगहों, स्कूल कॉलेजों के मोड़ खतरनाक घाटी आदि क्षेत्रों में चेतावनी संकेतक बोर्ड भी नहीं लगाए गए हैं।
इस लापरवाही के प्रति लोगों द्वारा विभागीय अधिकारियों और सड़क ठेकेदारों को दोषी ठहराया जा रहा है।इन संकेतक बोर्ड के न लगाए जाने की वजह से नतीजातन आए दिन सड़क हादसों में बढोत्तरी हो रही है।
मील के पत्थर गायब हो जाने से लोगों की सफर करने में बढ़ी मुश्किलें…..
बताया जा रहा है कि सड़कों के किनारे मुंडियां, मील के पत्थर सहित संकेतक बोर्ड गायब हो जाने से दो पहिया चार पहिया वाहन चालकों सहित अन्य राहगीरों को इनके गायब हो जाने से यात्रा के दौरान भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रोड़ किनारे गायब हो चुके संकेतक बोर्ड मील के पत्थरों और मुंडियों के कारण कई दफे अजनबी वाहन चालकों और राहगीरों को परेशान होने गलत रास्ता बता देते हैं।जिससे उनकी परेशानी दो से तीन गुना और भी बढ़ जाती है। एक जमाना था जब सड़कों के किनारे नेशनल हाइवे सहित गांवों की सड़कों अंधे मोड़ों के किनारे मील के पत्थर गड़े नजर आते थे। अब जैसे जैसे जिले में सड़कों का जाल तेजी से बिछ रहा ठीक वैसे वैसे ही मील के पत्थर मुंडियां गायब हो रहे हैं।
…..सड़क हादसे बढ़ने की एक वजह यह भी
आए दिन सड़कों और रायसेन जिले के नेशनल हाइवो पर सड़क दुघर्टनाएं बढ़ने की मुख्य वजह नागरिकों ने मील के पत्थरों के गायब होने और अंधे मोड़ पर संकेतक बोर्ड नहीं की बताई है।
