मध्य प्रदेश

फिर उठी जिला आदिम जाति कल्याण विभाग के दैवेभो कर्मचारियों के नियमितीकरण की मांग,जिले में रिक्त हैं 36 पद

रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन। जिला आदिम जाति कल्याण विभाग रायसेन के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमितीकरण करने की मांग एक बार फिर से जोरशोर से उठने लगी है। पिछले 7 सालों से दैवेभो कर्मचारियों को मप्र सरकार ने नियमित नहीं किया है। जिससे कमर तोड़ महंगाई के इस दौर में इन दैवेभो कर्मचारियों को अल्प वेतन में उनके परिवार का पेट पालना बड़ा मुश्किल हो रहा है। यह कर्मचारी विभाग के हॉस्टल, दफ्तर सहित स्कूलों में अपनी सेवाएं पूरी लग्ननिष्ठा व ईमानदारी से कर रहे हैं। मप्र राज्य कर्मचारी संघ भोपाल के संभागीय अध्यक्ष मुरारी लाल सोनी, हेमन्त श्रीवास्तव, वन कर्मचारी दैवेभो कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष रामबाबू लोधी के नेतृत्व में कलेक्टर उमा शंकर भार्गव, जिला संयोजक पूजा द्विवेदी को ज्ञापन सौंपा गया है। नहाने चेतावनी भरेअगर जल्द इन्हें नौकरी नियमित नहीं की तो उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।
ज्ञापन में बताया गया है कि जिला आदिम जाति कल्याण विभाग रायसेन के दैवेभो कर्मचारी विद्या बाई, पूनम बाई, पन्नालाल, सेवप्रसाद, लाला राम , अंगूरी बाई, खुमान सिंह, सुरेश बाबू आदि पिछले 7 सालों से भी ज्यादा समय से दैवेभो से नौकरी में नियमितीकरण किए जाने की मांग कर रहे हैं। बावजूद इसके उनकी जायज मांग को विभाग के जिम्मेदार अधिकारी उनकी मांग को दमदारी से हल कराने में रुचि नहीं ले रही हैं।जिससे उनको परिवार चलाना बड़ा मुश्किल हो रहा है। मप्र शासन सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय भोपाल का एफ-5-1/2013 /1/3 भोपाल 7.10.2016 पत्र लंबित है। लेकिन कई सरकारें अस्तित्व में आईं और चली गई।विभाग के जिला संयोजको ने भी उनकी जायज मांग को पूरा नहीं किया गया। जिससे दैवेभो कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त है।

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