रेत के डंपरों से रिस रहा पानी बना रहा है हादसों का कारण
सिलवानी । नगर से गुजर रहे रेत डंपर अब सड़कों पर हादसों का नया कारण बन रहे हैं। इन डंपरों से पानी का रिसाव हो रहा है, जिससे सड़कों पर फिसलन पैदा हो रही है और बाइक सवार अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। इस समस्या ने नगरवासियों को गहरी चिंता में डाल दिया है, खासकर उन लोगों को जो प्रतिदिन दुपहिया वाहन का उपयोग करते हैं।
डंपरों से रिस रहा पानी बना हादसों का कारण
रेत को गीला रखने के लिए इन डंपरों में पानी डाला जाता है, लेकिन डंपरों के ठीक से ढका न होने के कारण यह पानी सड़कों पर
गिर जाता है। इस पानी से सड़कों पर फिसलन बन जाती है, जिससे बाइक और स्कूटर जैसे दुपहिया वाहन चालक अपना संतुलन खो बैठते हैं। कई बार यह फिसलन अचानक होती है, जिससे चालक
संभल नहीं पाते और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं।
दुर्घटनाओं में वृद्धि
पिछले कुछ दिनों में सड़कों पर इस कारण से हुई दुर्घटनाओं को
संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। कई बाइक सवार घायल हो चुके हैं और कुछ की हालत गंभीर है। खासकर सर्दी के मौसम में जब सड़कों पर पहले से ही ओस की नमी जमा रहती है, यह स्थिति और भी खतरनाक हो जाती है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, रोजाना कई छोटे-बड़े हादसे हो रहे हैं, जिनमें अधिकतर दुपहिया वाहन चालक फिसलकर चोटिल हो रहे हैं।
प्रशासन और पुलिस की निष्क्रियता
स्थानीय प्रशासन और पुलिस की तरफ से इस गंभीर समस्या पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। डंपरों के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उत्ताए जा रहे हैं,
जबकि नगर के लोग लगातार इसकी शिकायत कर रहे हैं। सड़कों पर फिसलन के कारण लोगों का बाहर निकलना जोखिम भरा हो गया है, खासकर उन रास्तों पर जो प्रमुख मार्गों से गुजरते हैं।
नागरिकों की सुरक्षा पर गहराया संकट
सड़कों पर फैलते पानी और बढ़ते हादसों के चलते नगवासी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। बाइक और स्कूटर सवारों को अब इन सड़कों पर अत्यधिक सतर्कता से चलना पड़ रहा है। कई लोगों ने दुर्घटनाओं से बचने के लिए अपने मार्ग बदल लिए हैं, जबकि कुछ लोग अपनी सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सावधानी बरत रहे हैं।
नगरवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि इन डंपरों से हो रहे रिसाव को रोकने के लिए तुरंत प्रभावी कदम उठाए जाएं। डंपर मालिकों और चालकों पर सख्ती से कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि सड़कों पर पानी गिरने की समस्या को रोका जा सके। साथ ही, उन क्षेत्रों में जहां बार-बार दुर्घटनाएं हो रही है, वहां फिसलन के संकेतक और चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं।
यदि समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो यह आने वाले समय में और भी गंभीर रूप ले सकती है। प्रशासन और पुलिस को तुरंत प्रभाव से इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि सड़कें सुरक्षित रहें और हादसे कम हों।