मध्य प्रदेश

एक हजार एलएमपी ऑक्सीजन मशीन, ट्रांसफार्मर लगने के साथ ही अब बिजली कनेक्शन का हो रहा इंतजार, वार्डों में भर्ती होने वाले मरीजों को मिलेगी सेंटर लाइन सुविधा

रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन।
पीएम केयर फंड से एक हजार लीटर पर मिनट ऑक्सीजन जनरेशन मशीन जिला अस्पताल रायसेन पहुंची। कलेक्टर उमाशंकर भार्गव, एसडीएम एल.के. खरे, नपा सीएमओ आर.डी. शर्मा, तहसीलदार अजय प्रतापसिंह पटेल, सीएमएचओ डॉ दिनेश खत्री, सिविल सर्जन डॉ ए.के. शर्मा, आरएमओ डॉ विनोद परमार आदि की विशेष मौजूदगी में लंबे ट्राले में लदी भारी भरकम मशीनों के हिस्सों को क्रेन मशीन की मदद से जिला अस्पताल परिसर के पोषण पुनर्वास केंद्र के बगल में बनाए गए सेड में रखी गई।
यह सब कुछ संभव प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज )सिंह चौहान, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी, कलेक्टर उमाशंकर भार्गव की अच्छी जुगलबन्दी से जल्दी संभव हो गया है।जिसकी आम जनता ने भी केंद्र सरकार निधि से ऑक्सीजन मशीन लगने की पहल की भूरी भूरी प्रशंसा की है। हालांकि यह ऑक्सीजन मशीनें सुबह जल्द ही पहुंच चुकी थी। दोपहर के वक्त मशीनों को ट्रक के नीचे क्रेन मशीन की मदद से अनलोड करने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग एवं एलएनटी द्वारा कवायद की गई। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ ए.के. शर्मा ने बताया कि पीएसए तकनीक की एक हजार लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन जनरेशन मशीन को इंस्टाल कराने से लेकर वार्डों में मरीजों के पलंगों तक सर्कुलेट कराने के सिस्टम पर कार्य चल रहा है। आधी पाइप लाइन विस्तारित हो चुकी है।आधी बिछाई जाना शेष है।
अनलोडिंग कराने के दौरान आई परेशानी….
प्राप्त जानकारी के अनुसार एक हजार एलएन पी ऑक्सीजन मशीन को ट्राले से अनलोड करने के लिए पहले नगरपालिका के जेसीबी मशीन और हरडोलिक का सहारा लिया। लेकिन बात नहीं बनीं।बाद में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने भोपाल से क्रेन बुलाई। तब कहीं जाकर पोषण पुनर्वास केंद्र के बगल में बने सेड में क्रेन की मदद से एक के बाद ऑक्सीजन मशीन के हिस्सों को शेड में नीचे रखा गया।इन भारी भरकम मशीनों के शेड में रखने में लगभग 4 घण्टे का समय लगा।
इस संबंध में डॉ विनोद कुमार परमार आरएमओ ज़िला अस्पताल रायसेन का कहना है कि ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट केंद्र सरकार की निधि से स्थापित किया जा रहा है। यह ऑक्सीजन प्लांट को जिला अस्पताल के पोषण पुनर्वास सेंटर के बाजू में एक शेड में स्टार्ट होना है। इस ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट के लिए एक हजार लीटर पर मिनट क्षमता की मशीन आ चुकी है। इसे शेड में जल्द शिफ्ट किए जाने की तैयारी की जा रही है।तकनीकी टीम द्वारा इसका इंस्टालेशन करने के बाद करीब एक पखवाड़े के बाद टेस्टिंग और वर्किंग शुरू कराए जाने की कोशिश की जा रही है।

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