मध्य प्रदेश

खुलेआम रिश्वत ले रहा तहसील का बाबू, अतिक्रमण सहित अन्य मामले में जमकर चल रही खाईबाजी, फोटो वायरल

रिपोर्टर : सतीश चौरसिया
उमरियापान । नायब तहसीलदार उमरियापान में सहायक ग्रेड-3 के पद पर पदस्थ सुरेश शर्मा की रिश्वत लेते हुये एक फोटो वर्तमान समय में काफी चर्चाओं में है। सूत्रों ने बताया कि सहायक ग्रेड-3 सुरेश शर्मा के द्वारा हर मामले में रिश्वत की मांग की जाती है और अतिक्रमण के मामले में सबसे ज्यादा रिश्वत ली जा रही है और अतिक्रमण के मामले में जो जुर्माना होता है उससे कई गुना अधिक राशि ली जाती है और जो रसीद अतिक्रमण के जुर्माना की दी जाती है उसमें ग्रामीण को यह कह दिया जाता है कि यह पट्टा है इसे संभाल कर रखना।
जानकारी के अनुसार सहायक ग्रेड तीन के द्वारा नायब तहसीलदार कार्यालय उमरियापान के अ-68 मद के प्रकरणों में 5 हजार रूपये से 9 हजार रूपये तक लिये गये है । प्रताड़ित लोगों ने बताया कि बाबू द्वारा तो 9 हजार रूपये लिये गये लेकिन मात्र 5 हजार की रसीद की गई है ऐसे में वह अपने आप को ठगा महसूस कर रहे है। लिहाजा उपरोक्त बाबू के कारनामें यही नहीं थम रहे, उसके द्वारा जो अतिक्रमण जुर्माना की रसीद दी गई है उसको पट्टा बतलाया गया है और ग्रामीण से बोला गया कि यह पट्टा है इसे अच्छे से रखना खराब न हो।
लोकायुक्त के आरोपी से बाबू का नहीं छूट रहा मोह
लोकायुक्त द्वारा पूर्व में नायब तहसीलदार उमरियापान कार्यालय में पदस्थ भ्रत्य शारदा सिंह डेहरिया को रिश्वत लेते पकड़ा गया था और उसके विरूद्ध विशेष न्यायालय लोकायुक्त जिला कोर्ट कटनी के समक्ष मामला लंबित है इसके बाद भी लोकायुक्त टे्रप का आरोपी शारदा सिंह डेहरिया उमरियापान कार्यालय में बैठ रहा है। लिहाजा यहां पर पदस्थ सहायक ग्रेड तीन सुरेश शर्मा का संरक्षण इसे प्राप्त है। सूत्रों ने बताया कि बाबू के द्वारा अपना काम करवाने तथा अन्य नियम विरूद्ध काम करवाने के लिये उसे कार्यालय में बैठाया जा रहा है। यहां पर यह समझ से परे है कि जब उक्त भृत्य के विरूद्ध कोर्ट में मामला लंबित है और वह कभी भी पदस्थ नहीं है तो ऐसे में उसे उमरियापान नायब तहसीलदार कोर्ट में कैसे काम करने दिया जा रहा है।
इस संबंध में अवि प्रसाद, कलेक्टर का कहना है कि इस मामले में जांच करवाई जायेगी। आगे की कार्यवाही जांच उपरांत होगी।

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