डीलिस्टिंग महारैली : जनजाति सुरक्षा मंच ने तैयारियों को लेकर की बैठक आयोजित की बनाई महारैली की रणनीति
रिपोर्टर : शिवलाल यादव
रायसेन। रायसेन में जनजातीय सुरक्षा मंच के द्वारा बैठक आयोजित की गई। इसी दौरान बैठक में मौजूद मुख्य अतिथि मनोज कुशवाहा गोपालपुर ने कहा कि अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोग जिनका धर्म परिवर्तन विधर्मी लोग लालच देकर या अन्य प्रलोभन से करते है। ऐसे लोग जो अपना धर्म छोड़ अन्य धर्म अपना लेते है और फिर भी अनुसूचित जनजाति वर्ग के आरक्षण का लाभ लेते है। ऐसे लोगो को डीलिस्टिंग या लिस्ट से बाहर किया जाए। जिससें वह आरक्षण से दूर हो सके। साथ ही जो योग्य और अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोग है उनके आरक्षण के हक का नुकसान नहीं हो। इसलिए यह एक बहुत बड़ा आंदोलन चलाया जा रहा है।
29 मई रविवार को सुबह 10 बजे रायसेन शहर से निकलने वाली ‘डीलिस्टिंग महारैली’ में शामिल पूरे जिले के आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोगों का जगह-जगह फूलों और सडकों पर रंगोली बनाकर किया जाएगा।
डि- लिस्टिंग की मांग:29 मई को होगी महारैली, साथ आएंगे जनजाति समाज के 10 हजार लोग महारैली में शरीक होकर भारत सरकार तक पहुंचाएंगे ज्ञापन। आगामी 29 मई रविवार को जनजाति सुरक्षा मंच के द्वारा भारत सरकार को ‘डी-लिस्टिंग’ करने के लिए ब ज्ञापन सौंपने के लिए रायसेन में जनजाति समाज का एकत्र होने जा रहा है। समाज के लोग यहां के दशहरा मैदान से कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर अरविंद दुबे को ज्ञापन सौंपेंगे। जिले के जनजाति समाज के लोग जनजाति सुरक्षा मंच के द्वारा पैदल जाकर ही कलेक्टोरेट कार्यालय जाकर कलेक्टर अरविंद दुबे को ज्ञापन देंगे। सरपंच नरेश जगेत मनोज रानी कुशवाहा गोपालपुर ने बताया कि इस कार्य में सभी समाज के लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। इस महारैली को पूर्णत सफल बनाने आज सागर रोड पर जनजाति सुरक्षा मंच के जिला संरक्षक भागचंद उईके मनोज कुशवाहा नरेश जगेत के द्वारा भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर दीप प्रज्वलित और माल्यार्पण कर कार्यक्रम ब का शुभारंभ किया जाएगा।कार्यकर्ताओं के मार्गदर्शन में अखिल भारतीय वनवासी ग्रामीण मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय महामंत्री और जिले के संरक्षक द्वारा संबोधित करते हुए बताया जनजाति डीलिस्टिंग क्यों आवश्यक है । यह मांग भारत सरकार से 1966- 67 से ही हमारे अपने लोकप्रिय नेता स्वर्गीय कार्तिक उरांव मांग करते रहे । लेकिन सरकार जनजाति समाज को मिलने वाले आरक्षण का सही लाभ जनजाति समाज को नहीं दिला पाई है। सरकार धर्म आंतरिक होकर जातियों के आरक्षण का लाभ उठा रहे लोगों को ‘डी-लिस्टिंग’ कर आरक्षण समाप्त होना चाहिए।
बैठक की तैयारी को लेकर मुख्य रूप से मुरारीलाल सोनी, राकेश मालवीय सरपंच ,नरेश जगेत, सूर्या सेन,हुकम सिंह टेकाम, अरविंद सरियाम दीपक चीचाम सहित सेकडो की संख्या में पुरुष एवं महिलाओं ने भाग लिया।