तिंदौनी में कानूनी जागरूकता एवं विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन
रिपोर्टर : भगवत सिंह लोधी
दमोह । राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर के आदेशानुसार एवं माननीय श्रीमती रेणुका कंचन, प्रिंसिपल जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दमोह के मार्गदर्शन में एवं श्री अम्बुज पाण्डेय, जिला न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दमोह की अध्यक्षता में 7 जनवरी 2023 शनिवार को ग्राम तिंदौनी में दिशा योजना के तहत स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, क्रषि, जनसंसाधन, कौशल विकास व बुनियादी ढांचे में विकास हेतु चलाये जा रहे दो दिवसीय विशेष अभियान अंतर्गत कानूनी जागरूकता एवं विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
उक्त आयोजित शिविर में गगन बिसेन एसडीएम, गुन्ता डांगे जिला विधिक सहायता अधिकारी, अरविंद यादव तहसीलदार, सोमेश गुप्ता सरपंच ग्राम तिंदौनी, संजय सिंह राजपूत, सचिव, गोविंद यादव, चाईल्ड लाईन दमोह, वीरेन्द्र जैन, जिला समन्वयक, ममता यूनीसेफ, रंजीत सिंह, सहायक यंत्री, जनपद पंचायत, एसके अवस्थी एडीओ जनपद दमोह, सौरभ ठाकुर सब इंजीनियर, नीतू महिला एवं बाल विकास, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे
अम्बुज पाण्डेय, जिला न्यायाधीश/ सचिव द्वारा उपस्थित ग्रामीणजन को संबोधित करते हुये बताया कि उक्त कार्यक्रम का उद्देश्य आप सभी ग्रामीणजन की मूलभूत समस्याओं जैसे स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, क्रषि, जनसंसाधन, कौशल विकास इत्यादि के त्वरित निराकरण कराये जाने के उद्देश्य से उक्त कार्यक्रम का आयोजन प्रशासन के सहयोग से आयोजित किया गया है। जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों के सहयोग से आपकी समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जायेगा। साथ ही आपके द्वारा पूर्व में प्रेषित आवेदनों में उल्लेखित समस्याओं का निराकरण किया जा चुका है जिसमें 50 जन्म प्रमाणपत्र एवं 60 जाति प्रमाण पत्र बनवाये जाकर संबंधितों को वितरित किये जा चुके है। साथ ही आज के शिविर में आप अपनी समस्याओं को प्रस्तुत करें. जिसका निराकरण एक सप्ताह के भीतर संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों से करवाये जाने हेतु जानकारी दी गई.श्रीमती गुन्ता डांगे, जिला विधिक सहायता अधिकारी दमोह द्वारा उपस्थित ग्रामीणजनों को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दमोह में संचालित योजनाओं की जानकारी देते हुये निःशुल्क विधिक सहायता योजना, परिवार विवाद समाधान केन्द्र, मीडिएशन, नेशनल लोक अदालत विषय पर विस्तृत जानकारी दी गई. साथ ही ग्रामीणजन की समस्याओं के संबंध जानकारी ली जाकर आवेदन जमा करवाये गये।
गगन बिसेन एसडीएम द्वारा नट समुदाय के उपस्थित ग्रामीणजन जिनके द्वारा अपने पट्टों के संबंध में समस्याओं को सुना गया एवं उनके निराकरण हेतु यथाशीघ्र कार्यवाही करते हुये आबादी भूमि के अतिरिक्त जिस पर नट जाति के समुदाय निवास कर रहे है. उसे आबादी भूमि घोषित कराये जाने व पट्टा प्रदान किये जाने के संबंध में जानकारी दी गई। वीरेन्द्र जैन, जिला समन्वयक यूनीसेफ द्वारा मंच संचालन करते हुये ग्रामीण जन को बाल विवाह, बाल मजदूरी, भिक्षावृत्ति न करवाये जाने के संबंध में प्रेरित किया गया. बच्चे देश का भविष्य है इनसे उक्त कृत्य न करवाये जाकर उन्हे शिक्षा से जोड़ने का प्रयास किया जाये.कार्यक्रम के अंत में उपस्थित ग्रामीणजन द्वारा राशन पात्रता पर्ची में नाम जोड़े जाने, समग्र आई.डी. में नाम जुड़वाने, कुटीर नहीं मिलने, प्रधान मंत्री आवास योजना का लाभ दिलवाये जाने, आर्शीवाद योजना, जाति प्रमाण पत्र बनवाये जाने तथा लाड़ली लक्ष्मी योजना के लाभ दिलवाये जाने संबंधित लगभग 300 ग्रामीणजन की समस्याओं से संबंधित आवेदन प्रस्तुत किये गये।
