बिजली की आंख मिचोली से क्षेत्रवासी परेशान
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया
उमरियापान । उमरियापान सहित ग्रामीण क्षेत्रों मैं हो रही विद्युत कटौती और लो वोल्टेज से उपभोक्ता खासे परेशान है। विद्युत कटौती का आलम यह है कि यदि एक बार बिजली चली जाए तो कब आएगी यह कोई नहीं जानता। उपभोक्ताओं ने बताया कि लो वोल्टेज से चाहे किसान हो या घरेलू विद्युत उपभोक्ता हो सब को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। लो वोल्टेज से कूलर पंखा भी हंफाते हुए चलते हैं जिससे गर्मी के इस मौसम में वृद्ध , बच्चे , महिलाएं अधिक परेशान है। ग्रामीणों ने बताया की अधिकांश गांवों मैं घरेलू ट्रांसफॉर्म खराब है जिसे बदल कर दूसरा एवं नया ट्रांसफार्म लगाने ग्रामीणों ने अनेकों बार लाइनमैन, जेई और यहां तक की बिजली हेल्पलाइन नंबर 1912 में भी आग्रह किया गया लेकिन कहीं कोई सुनने को तैयार नहीं है। जानकारी यह भी मिली है कि कई ऐसे किसान है जो स्वयं उपयोग के लिए विद्युत विभाग से टीसी लेते हैं लेकिन उसका दुरुपयोग कर किराए से संचालन किया जाता है जिससे शासन को राजस्व की हानि हो रही है। टोला मैं घरेलू ट्रांसफॉर्म की खराब स्थिति के चलते गांव मैं पीने के पानी के लिए अपना खुद का बोर है उसकी मशीन भी नहीं चल पाती और उपभोक्ता पीने का पानी के लिए दूर-दूर से हेड पंप से पानी लाने मजबूर है। ऐसा नहीं है कि इस समस्या से विद्युत अमला अवगत नहीं है लेकिन जानकारी होने के बाद भी ग्रामवासियों की सुध कोई नहीं ले रहा। विद्युत कटौती से किसान व ग्रामीण बेहद हलकान है बिजली नहीं मिलने से जहां किसानों की मूंग व उड़द की फसल सिंचाई नहीं होने से सूखने की कगार पर है। वही भीषण गर्मी मैं दिन के साथ रात में भी अंधाधुंध विद्युत कटौती से ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बताया जाता है कि 24 घंटों में बमुश्किल 7 से 8 घंटे घरेलू बिजली तथा लगभग 5 घंटे कृषि हेतु बिजली मिल पा रही है। जिसमें भी लो वोल्टेज की समस्या से सिंचाई नहीं हो पा रही। ऐसी स्थिति में किसानों की फसल मूंग, उड़द मैं सिंचाई नहीं होने के कारण सूखने की कगार पर है। ग्रामीणों ने विद्युत विभाग के उच्चाधिकारियों का इस ओर ध्यान आकर्षण कराते हुए कहा की अघोषित विद्युत कटौती पर लगाम लगाते हुए इस समस्या का समाधान की पुरजोर मांग की है।