धार्मिक

भगवान का भक्त कभी सुख की कल्पना भी नहीं करता : पं.भगवत शरण महाराज

रिपोर्टर : भगवत सिंह लोधी
दमोह। जबलपुर नाका परसुराम टेकरी में चल रही श्रीमद भागवत कथा में शुक्रवार को पं.भगवत शरण महाराज ने कहा कि जब पाप व अत्याचार बढ़ता है तब भगवान अवतार लेते है पहले व्यक्ति को सब कुछ शहन करना पड़ता है । दुख से व्यक्ति घवड़ाता है लेकिन दुख में ये समझना है कि मेरे पाप क्षीण हो रहे है और सुख में पुण्य क्षीण होते है दुख के बाद ही सुख आता है। भगवान का भक्त कभी सुख की कल्पना भी नहीं करता, हम संसारी ही सुख की खोज में रहते है सुख हमारे ही पास है अगर हम संतोषी है तो सुखी है अगर अंसतोषी है तो दुखी है हम संसार में संसारिक पदार्थो में सुख खोजते है यहां का सुख कच्चा सुख है हमें प्रभु की शरण में ही सच्चा सुख मिलेगा। कथा में आयोजक पं.कृष्ण कुमार गर्ग शास्त्री, विकास तिवारी, धर्मपाल सिंह, हेमराज विश्वकर्मा आदि की उपस्थिति रहीं।

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