
रिपोर्टर : तारकेश्वर शर्मा
नई दिल्ली । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से दिल्ली स्थित उनके आवास पर मुलाकात की. इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत कांग्रेस, आरजेडी और जेडीयू के कई बड़े नेता मौजूद थे।
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर सियासी माहौल गरमाने लगा है. ‘विपक्षी एकजुटता’ के लिए बीजेपी विरोधी दलों की सक्रियता में तेजी आई है. इस कड़ी में बुधवार, 12 अप्रैल को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव दिल्ली पहुंचे. यहां उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के नेता राहुल गांधी से मुलाकात की. ये मीटिंग खरगे के निवास पर की गई. एक दिन पहले मीडिया रिपोर्टों में कहा गया था कि इस मुलाकात के लिए खरगे ने ही नीतीश और तेजस्वी को दिल्ली आने का न्योता दिया था.
बैठक में क्या हुआ?
इन चारों नेताओं के अलावा बैठक में कांग्रेस, जेडीयू और आरजेडी के अन्य बड़े नेता भी शामिल रहे. बैठक से जुड़ी तस्वीरों में दिख रहा है कि जेडीयू की तरफ से राजीव रंजन सिंह, आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद मीटिंग में मौजूद थे.
बाद में मीडिया से बात करते हुए मल्लिकार्जुन खरगे ने इस मुलाकात को ‘ऐतिहासिक’ बताया. उन्होंने कहा कि इन पार्टियों ने एक ही लाइन पर साथ काम करने का फैसला ले लिया है. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा,
“सभी दलों को एकजुट करना और एकजुट करके आगे आने वाले चुनावों को लड़ना है. नीतीश, राहुल, तेजस्वी सब एक साथ उसी राह पर काम करेंगे.”
वहीं राहुल गांधी ने कहा,
“विचारधारा की इस लड़ाई में, विपक्ष की एकता की ओर आज एक ऐतिहासिक कदम लिया गया है. साथ खड़े हैं, साथ लड़ेंगे – भारत के लिए!”
खरगे ने इस बैठक के बाद ट्वीट कर संविधान को बचाने की बात की।
इसी तरह की बातें नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने भी की. एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक पत्रकारों से बातचीत में बिहार के सीएम ने कहा,
“हम लोगों ने बैठ कर चर्चा कर ली है. विपक्ष को एक करने में बहुत ऐतिहासिक कदम लिया गया है.”
वहीं तेजस्वी यादव ने अपने ट्विटर अकाउंट के जरिये बैठक में हुई बातचीत को ‘सार्थक और सकारात्मक’ करार दिया.
हालांकि ‘प्रधानमंत्री का चेहरा कौन होगा’, इस सवाल पर इन नेताओं ने चुप्पी साध ली. पत्रकारों ने सभी से पूछा था कि क्या बैठक में ये तय हुआ कि लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्ष का नेतृत्व कौन सा नेता करेगा. इस पर नीतीश, राहुल, खरगे में से किसी ने कुछ नहीं कहा. हालांकि जेडीयू ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर दावा किया है कि नीतीश कुमार ही अगले चुनाव में विपक्षी एक के सूत्रपात होंगे।