50 वीं जवाहरलाल नेहरु राष्ट्रीय गणित, विज्ञानं एवं पर्यावरण राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी का आयोजन

केंद्रीय विद्यालय दमोह में 2022- 2023 का संकुल स्तर पर कलेक्टर हुए शामिल
ब्यूरो चीफ : भगवत सिंह लोधी
दमोह । शनिवार की सुबह केन्द्रीय विद्यालय दमोह में 50 वीं जवाहरलाल नेहरु राष्ट्रीय गणित, विज्ञानं एवं पर्यावरण प्रदर्शनी 2022-2023 एवं तकनीकी एवं खिलौने विषय वस्तु पर आधारित पचासवीं राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी 2022-2023 का संकुल स्तर पर आयोजन किया गया। इसमें केंद्रीय विद्यालय संगठन के जबलपुर संभाग के सागर संकुल के चार शहरों सागर, ढाना, छतरपुर, हटा और दमोह के आठ केन्द्रीय विद्यालयों के 71 विद्यार्थीयों ने आठ उप विषयों सूचना और संचार प्रौद्योगिकी में उन्नति पर्यावरण अनुकूल सामग्री, स्वास्थ्य और स्वच्छता, परिवहन और नवाचार पर्यावरण सम्बन्धी चिंताएं वर्तमान नवाचार के साथ ऐतिहासिक विकास हमारे लिए गणित पर आधारित चलित, स्थिर, तात्कालिक एवं नवाचार प्रादर्श बनाए. प्रदर्शनी का उद्घाटन विद्यालय विकास समिति के अध्यक्ष, कलेक्टर दमोह मयंक अग्रवाल द्वारा किया गया। विद्यालय के प्राचार्य धर्मेन्द्र सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत किया एवं सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी।
बाल वैज्ञानिकों ने अपने शिक्षकों के निर्देशन में चोरी-रोधी अलार्म सिस्टम, बेट प्रोजेक्टर, रोबोट, धुआं अवशोषित करने वाला यंत्र, प्लास्टिक के विकल्प, हरित प्लास्टिक, खाने योग्य मोटे अनाजसे बने कटोरे, वैदिक प्लास्टर, पर्यावरण अनुकूल घर, वर्षा चलित वाइपर हेलमेट, यू-टर्न दुर्घटना रोधी प्रादर्श, ई-गाडियों को चार्ज करने हेतु तार-रहित स्टेशन, कोहरे के समय रेलगाड़ी में लगाने हेतु सुरक्षा यंत्र,परिवहन हेतु जल-उर्जा का उपयोग, स्मार्ट डस्टबिन, दूषित जल उपचार संयंत्र,और पानी के स्त्रोतों को साफ करने हेतु रोबोट, स्वस्थ रहने के तरीके प्रदर्शित करता हुआ. यन्त्र,भूकंप- सूचक यन्त्र, विज्ञान-आधारित खिलौने,सौर और वायु-उर्जा का स्मार्ट उपयोग करने वाले यन्त्र, तेल एकत्रित करने वाला जहाज़, सिचाई संयंत्र, स्मार्ट शहर और गांव, दीर्घवृत का उपयोग चिकित्सीय क्षेत्र में, हमारे दैनिक जीवन में गणित की भूमिका से सम्बंधित प्रादर्श बनाए।
कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने अपने अध्यक्षीय भाषण में विद्यार्थियों को करके सीखने हेतु एवं हमेशा आसपास का अवलोकन करते हुए एवं सतर्क रहते हुए खोज करते रहने हेतु प्रेरित किया. उन्होंने विद्यार्थियों को भविष्य में देश को नई उचाईयों को पहुचाने वाले वैज्ञानिक बनने हेतु शुभकामनाएँ दी। समस्त दर्शकों एवं निर्णायकों ने सभी बाल वैज्ञानिकों की भूरि-भूरि प्रशंसा की| मनोज अहिरवाल वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक, हटा, डॉ. आलोक जैन प्रोफ़ेसर पी.जी. कॉलेज दमोह और डॉ. नेहा जैन प्रोफ़ेसर पी.जी. कॉलेज दमोह निर्णायक मण्डल के सदस्य थे. इन्होने बाल वैज्ञानिकों हेतु आयोजित सेमिनार में एवं कृषि में विज्ञान की भूमिका और आधुनिक संयंत्रों पर चर्चा की एवं विद्यार्थिओं की शंकाओं का समाधान किया. विभिन्न उपविषयों के अन्तर्गत केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 4 सागर से तनिश नंदनवार, केंद्रीय विद्यालय सागर क्रमांक 2 से मधुर इन्दुर्खुया एवं सानिध्य तिवारी, केंद्रीय विद्यालय छतरपुर से आस्था पाण्डेय, केंद्रीय विद्यालय दमोह से देशान्त कसोटिया, अरहम लहरी, आशी दुबे एवं पूजा पाण्डेय ने प्रथम पुरुस्कार प्राप्त किया।