धार्मिक

श्रीमद् भागवत महापुराण कथा का कलश यात्रा के साथ शुभारंभ

रिपोर्टर : बृजेश यादव
जैथारी ।
ग्राम में मोहन प्रसाद मुदगल द्वारा उनके पूज्य पिताजी माता जी की पुण्य स्मृति में, श्रीमद्भागवत महापुराण का आयोजन किया जा रहा है। प्रथम दिवस कलश यात्रा निकाली गई। कथा 1 मार्च तक चलेगी। कथा का समय दोपहर 2:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक रहेगा। कथा व्यास के रूप में पंडित सौरभ पचौरी जी अपनी मधुर वाणीं से श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा श्रवण कराएंगें। बुधवार को श्रीमद्भागवत महापुराण कथा प्रारंभ होने के पूर्व, विराट कलश यात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें माताएं ,बहने अपने सिर पर मंगल कलश लेकर, यात्रा में सम्मिलित हुईं। अनेक धर्म अनुरागी सज्जन, युवा एवं बालक इस धार्मिक यात्रा में सम्मिलित थे।
कथा के आयोजक मोहन प्रसाद मुदगल ने समस्त धर्म अनुरागी सज्जनों, माताओं, बहनों से अधिक से अधिक संख्या में कथा में सम्मिलित होने का आग्रह किया है। कथा व्यास पंडित सौरभ पचौरी जी ने बताया कि श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा व्यक्ति के जीवन में भगवान की भक्ति ज्ञान वैराग्य और कर्तव्य का बोध कराने में मुख्य भूमिका निभाती है इसलिए व्यक्ति को चाहिए कि अपने जीवन का निर्वाह सुचारू रूप से कर्तव्य परायणता एवं भगवत भक्ति के अनुसार होता रहे, इसके लिए हमें श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा का श्रवण करना चाहिए। श्रीमद् भागवत की कथा मोक्षदायिनी है एवं सांसारिक कर्तव्यों का निर्वाह करने की सामर्थ भी, श्रीमद् भागवत कथा से मानव मात्र को प्राप्त हो जाती है । इसीलिए चाहिए कि व्यक्ति अपने जीवन में कर्तव्य पथ का अनुसरण करते हुए, भगवान की भक्ति ,ज्ञान का मार्ग और सर्वोच्च लक्ष मोक्ष को ध्यान में रखकर, अपना जीवन यापन कर सके।

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