मध्य प्रदेश

समर कैंप में बच्चों को दी ज्ञानवर्धक जानकारियां, दिव्यांग शिक्षक ने बदली स्कूल की दशा

रिपोर्टर : नीलेश चौरसिया
गढ़ाकोटा । नगर के एक शिक्षक मोहन सिंह ठाकुर जो पैर से दिव्यांग हे ग्राम सतौआ मे प्रधान अध्यापक पर पदस्थ इन्होंने अपने सरकारी स्कूल व ग्रामीण अंचल के विद्यार्थियों के लिए वो करके दिखाया है जो अन्य शासकीय शिक्षकों के लिए सपना मात्र है या कहें तो न मुमकिन सा लगता है हम खबर की ओर चलते हैं उक्त तस्वीरों को जो आप देख रहे हैं यह किसी बड़े प्राइवेट स्कूल की नहीं है बल्कि एक ग्राम की सरकारी स्कूल है ग्राम सतौआ गांव की है जहां पर स्कूल को देखकर लगता है की कोई बड़ा प्राइवेट स्कूल है बता दें कि पिछले वर्षों से छात्राओं की संख्या में 50% इजाफा हुआ है मतलब साफ है कि ग्रामीण के लिए स्कूल के शिक्षकों पर पूर्ण विश्वास है कि यह पढ़ाई का स्तर अच्छा है जहां तक निजी स्कूलों से निकलकर बच्चे इस शासकीय शाला में दाखिला ले रहे हैं क्लास रूम से लेकर बाहर गार्डन आदि निजी स्कूल के जैसे तैयार किया गया है बताया है कि स्कूल को शासन द्वारा कुछ राशि डायमंड हॉल के लिए बनने के लिए दिए गए थे शासन की राशि व निजी राशि से स्कूल की सूरत ही बदल डाली कई बार देखने में आता है कि स्कूल की जर्जर हालत से विद्यार्थी परेशान है और बहुत सारी खामियां अनियमितता हमें देखने के लिए मिलती है जबकि सभी स्कूल में शासन के द्वारा राशि का वितरण किया जाता है वैसे कहां जाता है समझ से परे होता है
स्कूल के प्रधानाध्यापक मोहन सिंह ठाकुर ने बताया की मै एक पैर से दिव्यांग हूँ लेकिन मे सुबह 7 बजे से पहले शाला पहुंच रहा हूँ और 15 मई से समर कैंप संचालित कर रहा हूँ अकेले ही प्रतिदिन शाला मै नई नई गतिविधियों संचालित करते हैं जैसे शुरुआत से योग व्यायाम म्यूजिक के साथ बच्चों को विभिन्न प्रकार की समाचार पत्र उपलब्ध करा कर उन्हें पढ़ाने के लिए प्रेरित करना प्रयास बुक पर कार्य बच्चों द्वारा सुंदर विषय संबंधी टीएलएम तैयार कराना मिट्टी के सुंदर खिलौने बनवाना कंप्यूटर का बेशक ज्ञान कराना टीवी का उपयोग कर बच्चों को डांस प्रैक्टिस करवाना पर्यावरण के प्रति जागरूक कराने व हरि सब्जियाँ उगाना गार्डन की देखभाल करना एवं गर्मियों में भी शाला में विभिन्न प्रकार की हरी सब्जियां ऊगाई जा रही समर कैंप कक्षा 4 से दसवीं तक बच्चे शामिल हो रहे हैं कैंप में एक प्रतियोगिता संचालित की जा रही है कौन बनेगा जीनियस बच्चे उस में भाग लेते हैं और बहुत उत्साह से प्रश्न है कि उत्तर देते हैं इसमें बच्चों के उनके साथ गीत कविता कहानी आदि भी सुनाई जा रही हैं कुछ बच्चे तो 3 किलोमीटर दूर से आ रहे हैं कैंप सुबह 7 से 10 तक संचालित किया जा रहा है। समर कैंप बच्चों के आने जाने की एंट्री भी की जा रही है अभिभावकगण ग्रामीणों लोगों व साथियों एवं आंगनवाडी कर्मचारी व आशा कार्यकर्ता भी कैंप में आकर बच्चों का हौसला बढ़ा रहे हैं । मुख्य अतिथि जिला पंचायत उपाध्यक्ष एवं शिक्षा समिति की अध्यक्षा माननीय मंजू कटारे मुख्य अतिथि के तौर पर समर कैंप में सम्मिलित हुई जिसमें उन्होंने कहा कि कि जो समर कैंप पर है इस कैंप में आप लोगों को कई प्रकार के अनुभव एवं भविष्य में वर्तमान समय में आपके जीवन को उद्देश्यों को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया है आप लोग अपने जीवन में इसी तरह समर कैंप में शामिल होकर अपना अनुभव प्राप्त करें शिक्षिका शीतल पटेल, जितेंद्र सिंह ठाकुर, मुख्य सहयोगी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका साथ ही पत्रकार उपस्थित रहे।

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