ज्योतिष

Aaj ka Panchang आज का पंचांग शनिवार, 27 मई 2023

आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501
••• जय श्री हरि •••✦
🧾 आज का पंचाग 🧾
शनिवार 27 मई 2023

शनि देव जी का तांत्रिक मंत्र – ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।।
🙏🏼 आप सभी देशवासियों को मां धूमावती जयंती के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।।
☄️ दिन (वार) -शनिवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात बाल, दाढ़ी काटने या कटाने से आयु का नाश होता है । अत: शनिवार को बाल और दाढ़ी दोनों को ही नहीं कटवाना चाहिए।
शनिवार के दिन प्रात: पीपल के पेड़ में दूध मिश्रित मीठे जल का अर्ध्य देने और सांय पीपल के नीचे तेल का दीपक जलाने से कुंडली की समस्त ग्रह बाधाओं का निवारण होता है ।
शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पड़ने और गायत्री मन्त्र की àएक माला का जाप करने से किसी भी तरह का भय नहीं रहता है, समस्त बिग़डे कार्य भी बनने लगते है ।
शिवपुराण के अनुसार शनि देव पिप्लाद ऋषि का स्मरण करने वाले, उनके भक्तो को कभी भी पीड़ा नहीं देते है इसलिए जिन के ऊपर शनि की दशा चल रही हो उन्हें अवश्य ही ना केवल शनिवार को वरन नित्य पिप्लाद ऋषि का स्मरण करना चाहिए।
शनिवार के दिन पिप्पलाद श्लोक का या पिप्पलाद ऋषि जी के केवल इन तीन नामों (पिप्पलाद, गाधि, कौशिक) को जपने से शनि देव की कृपा मिलती है, शनि की पीड़ा निश्चय ही शान्त हो जाती है ।
🔮 शुभ हिन्दू नववर्ष 2023 विक्रम संवत : 2080 नल, शक संवत : 1945 शोभन
🌐 संवत्सर नाम अनला
🔯 शक सम्वत : 1945 (शोभकृत् संवत्सर)
☸️ काली सम्वत् 5124
🕉️ संवत्सर (उत्तर) पिंगल
☣️ आयन – उत्तरायण
☀️ ऋतु – सौर ग्रीष्म ऋतु
🌤️ मास – ज्येष्ठ मास
🌗 पक्ष – शुक्ल पक्ष
📅 तिथि – ज्येष्ठ मास शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि 07:43 AM तक उपरांत अष्टमी
📝 तिथि स्वामी – अष्टमी तिथि के स्वामी रुद्र हैं। तथा अष्टमी तिथि के देवता हैं रुद्र।
💫 नक्षत्र – नक्षत्र मघा 11:43 PM तक उपरांत पूर्व फाल्गुनी
🪐 नक्षत्र स्वामी – नक्षत्र स्वामी केतु है।मघा नक्षत्र के देवता पितर होते हैं ।
🔔 योग – व्याघात योग 07:57 PM तक, उसके बाद हर्षण योग
प्रथम करण : वणिज – 07:42 ए एम तक
द्वितीय करण – विष्टि – 08:51 पी एम तक
🔥 गुलिक काल : – शनिवार को शुभ गुलिक प्रातः 6 से 7:30 बजे तक ।
⚜️ दिशाशूल – शनिवार को पूर्व दिशा का दिकशूल होता है ।यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से अदरक खाकर, घी खाकर जाएँ ।
🤖 राहुकाल -सुबह – 9:00 से 10:30 तक।राहु काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए |
🌞 सूर्योदयः- प्रातः 05:18:00 A.M
🌅 सूर्यास्तः- सायं 06:42:00 P.M
👸🏻 ब्रह्म मुहूर्त : 04:03 ए एम से 04:44 ए एम
🌇 प्रातः सन्ध्या : 04:24 ए एम से 05:25 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : 11:51 ए एम से 12:46 पी एम
🔯 विजय मुहूर्त : 02:36 पी एम से 03:31 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 07:10 पी एम से 07:31 पी एम
🌃 सायाह्न सन्ध्या : 07:12 पी एम से 08:13 पी एम
💧 अमृत काल : 09:02 पी एम से 10:50 पी एम
🗣️ निशिता मुहूर्त : 11:58 पी एम से 12:39 ए एम, मई 28
🌏 पृथ्वी लोक की भद्रा- रात 8 बजकर 50 मिनट तक (27 मई 2023)
🚓 यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
👉🏽 आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
🤷🏻‍♀️ आज का उपाय-शनि मंदिर में सात बादाम चढ़ाएं।
🌴 वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
⚛️ पर्व एवं त्यौहार – मां धूमावती जयंती, पंडित जवाहरलाल नेहरू जयन्ती, ‘अशोक चक्र’ से सम्मानित’ हंगपन दादा स्मृति दिवस, सरदार हुकम सिंह पुण्यतिथि, डॉ. भीमराव आम्बेडकर की पत्नी’ रमाबाई आम्बेडकर पुण्यतिथि, पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी जन्म दिवस, लोकसभा अध्यक्ष सरदार हुकम सिंह पुण्यतिथि, मूल समाप्त
✍🏼 विशेष:- अष्टमी तिथि को नारियल त्याज्य बताया गया है। अष्टमी तिथि बलवती अर्थात स्ट्रांग तिथि मानी जाती है। इसका मतलब कोई भी विकट कार्य आज आप कर-करवा सकते हैं। इतना ही नहीं अपितु अष्टमी तिथि व्याधि नाशक तिथि भी मानी जाती है। इसका मतलब आज आप कोई भी भयंकर रोगों के इलाज का प्रयत्न भगवान के नाम के साथ करेंगे-करवाएंगे तो निश्चित लाभ होगा। यह अष्टमी तिथि जया नाम से विख्यात मानी जाती है। यह अष्टमी तिथि कृष्ण पक्ष में मध्यम फलदायिनी मानी जाती है।
🗺️ Vastu Tips 🗽
वास्तु शास्त्र में कल आपने आचार्य श्री गोपी राम से जाना था घर से सूखे हुए फूलों को हटाने के बारे में और आज भी हम उसी कड़ी में आगे बात करेंगे। घर में रखे सूखे फूल शव की तरह होते हैं। जैसे घर में शव नहीं रखा जाता है, वैसे ही सूखे फूल भी घर में नहीं रखने चाहिए। सुप्रसिद्ध तंत्र ग्रंथ ‘मंत्र महार्णव’ में कहा गया है कि भगवान को चढ़ाए हुए सभी पुष्प तत्काल निर्मालय हो जाते हैं।
उसी में आगे बताया गया है कि निर्मालयों को तत्काल हटा देना चाहिए, वरना उसके भोग के लिए चण्डाली, चण्डांशु और विश्वकसेन जैसी निगेटिव शक्तियों के आने की बात कही गयी है। आजकल सुखाए हुए पोट पोरी के फूलों को रखने का फैशन है, लेकिन आपको बता दूं कि आप नकली फूल लगा लें वो बेहतर है, परन्तु पोट पोरी के फूल विष के समान है। अतः सदा ताजे फूलों का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
♻️ जीवनोपयोगी कुंजियां ⚜️
ब्रेकफास्ट स्किप करने पर
सुबह उठने के बाद पहला मील होता है ब्रेकफास्ट जो एक तरह से पूरे दिन के लिए शरीर की फ्यूलिंग करता है. सुबह सही समय पर सही नाश्ता न मिले तो इंसुलिन स्पाइक भी हो सकता है
स्ट्रेस भी है बड़ा कारण जो लोग दिनभर के काम को लेकर या बेवजह तनाव में रहते हैं वो लोग भी नाइट क्रेविंग का शिकार होते हैं. स्ट्रेस हमारे शरीर में कोर्टिसोल का लेवल बढ़ा देता है जिससे इंसुलिन हाई हो जाता है. ये ओवरइंटिंग की वजह भी बनता है और नाइट क्रेविंग की भी प्रोटीन की कमी पर्याप्त प्रोटीन डाइट लेने से आप फुलनेस फील करेंगे. यानी बार बार भूखा महसूस नहीं करेंगे. प्रोटीन की खुराक भरपूर होने से कैलोरी भी कम खाने में आती है. अगर आपकी डाइट में प्रोटीन कम होता है तो बहुत संभव है कि आप रात को भूखा महसूस करें और फिर अनहेल्दी डाइट लेने पर मजबूर हो जाएं.
कम पानी पीना भूख को काबू में रखने के लिए पर्याप्त पानी पीना भी जरूरी है. कुछ लोग पानी को अवॉइड कर कोल्ड ड्रिंक या दूसरे अनहेल्दी ड्रिंक्स का सहारा लेते हैं. इस वजह से शरीर को पर्याप्त हाईड्रेशन और इलेक्ट्रॉलाइट्स नहीं मिल पाते और क्रेविंग होती रहती है.
रिफाइंड कार्ब्स की वजह से पास्ता, बर्गर, कैंडी जैसी चीजें खाकर जितनी आसानी से हैवीनेस महसूस होती है उतनी ही आसानी से और भूख भी लगती है और सेटिसफेक्शन नहीं मिलता है. उसकी वजह है कि इस तरह के खानों में फाइबर्स बहुत कम होते हैं. जिसकी वजह टेस्ट तो खूब मिलता है लेकिन शरीर को जरूरी खुराक नहीं मिलती है भूख का अहसास बना रहता है.
🫗 आरोग्य संजीवनी 🍶
बार-बार क्यों लगती है प्यास डिहाइड्रेशन शरीर में पानी की कमी डिहाइड्रेशन की तरफ इशारा है. कम पानी पीने की वजह से बॉडी में पानी की मात्रा कम हो जाती है. ऐसे में कितना भी पानी पी लें लेकिन प्याज बुझ नहीं पाती है. डिहाइड्रेशन से बचने के लिए पानी, फ्रूट जूस और नारियल पानी का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए.
डायबिटीज ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ने पर शरीर शुगर को यूरिन के जरिए बाहर निकालने की कोशिश करता है. इसके लिए बार-बार पेशाब लगती है. इसी की मदद से बार-बार पानी शरीर से बाहर आता रहता है. जिससे बार-बार प्यास लगती है. कई बार रात में जब हम गहरी नींद में होते हैं तो प्यास लग जाती है और नींद टूट जाती है.
ब्लड प्रेशर बढ़ने पर शरीर से पसीना खूब निकलता है. इससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है. फिर चाहे जितना ही पानी क्यों न पी लें, प्यास बुझ नहीं पाती है. हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने पर समझ जाना चाहिए कि लाइफस्टाइल खराब हो रही है. ऐसे में हाई ब्लड प्रेशर होने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है. इस वजह से आधीर रात अचानक से आंख खुल जाती है और ऐसा लगता है कि बहुत तेज प्यास लगी हुई है.
🌷 गुरु भक्ति योग 🌸
आचार्य श्री गोपी राम कहते हैं कि व्यक्ति के कर्म ही उसकी कामयाबी और नाकामी का आधार छिपा है। इज्जत कमाने में सालों लग जाते हैं लेकिन व्यक्ति की एक भूल उसे मिट्‌टी में मिला सकती है। आचार्य श्री गोपी राम ने हमे बताया है कि वह कौन सी चीज है जिस से कभी समझौता नहीं करना चाहिए, हालात बुरे ही क्यों न हो अगर इन एक चीज को दांव पर लगा दिया तो रिश्ते, मान-सम्मान सब कुछ खो बैठेंगे। सालों मेहनत से कमाई इज्जत पर जिंदगी भर का काला धब्बा लग जाएगा।
आत्म्सम्मान के साथ न करें समझौता आत्मसम्मान व्यक्ति की पूंजी होती है, जिसे वह मरते दम तक संभालकर रखता है।हम कहते हैं कि किसी के आगे उतना ही झुको जहां आपको आत्म सम्मान को ठेस न पहुंचे। अपने वजूद को दांव पर लगा दिया तो छवि पर वह दाग लगेगा जो मिटने से भी नहीं मिट सकता। उदाहरण के तौर पर उन्होंने कहा है कि थाली में रोटी भले ही चार की जगह दो हो लेकिन वह इज्जत की होना चाहिए। जीवन में ऐसी कोई चीज नहीं जिसे पाने के लिए आत्म सम्मान से समझोता करना पड़े।
इसिलिए हम कहते हैं कि जो व्यक्ति अपने स्वाभिमान पर अडिग रहता है उसका गम उससे कोसों दूर रहते है। आत्मसम्मान के साथ समझौता करके जीवन जीना हमेशा दर्दनाक होता है। आत्मसम्मान से समझौता करने की नौबत अक्सर तब आती है जब व्यक्ति मानसिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से कमजोर होता है। अगर स्वाभिमान को ऊंचा रखना है तो इन तीनों पर आत्म निर्भर होना पड़ेगा।
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⚜️ अष्टमी तिथि के देवता भगवान शिव भोलेनाथ जी माने जाते हैं। इसलिये इस अष्टमी तिथि को भगवान शिव का दर्शन एवं पूजन अवश्य करना चाहिए। आज अष्टमी तिथि में कच्चा दूध, शहद, काला तिल, बिल्वपत्र एवं पञ्चामृत शिवलिंग पर चढ़ाने से भगवान शिव की कृपा सदैव बनी रहती है। घर में कोई रोगी नहीं होता एवं सभी मनोकामनाओं की सिद्धि तत्काल होती है।
मंगलवार को छोड़कर बाकि अन्य किसी भी दिन की अष्टमी तिथि शुभ मानी गयी है। परन्तु मंगलवार की अष्टमी शुभ नहीं होती। इसलिये इस अष्टमी तिथि में भगवान शिव के पूजन से हर प्रकार की सिद्धियाँ प्राप्त होती है। इस अष्टमी तिथि को अधिकांशतः विष्णु और वैष्णवों का प्राकट्य हुआ है। इसलिये आज अष्टमी तिथि में भगवान शिव और भगवान नारायण दोनों का पूजन एक साथ करके आप अपनी सम्पूर्ण मनोकामनायें पूर्ण कर सकते हैं।

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