धार्मिकमध्य प्रदेश

रामचरित मानस पढ़कर मनुष्य स्वयं अपने चरित्र का निर्माण कर सकता है: जगद्गुरु रामस्वरूप आचार्य जी महाराज

चरित्र के निर्माण होने से जीव भगवान राम को पा सकता है
श्रीराम कथा प्रथम दिवस

सिलवानी। नगर के हेलीपैड ग्राउंड पर चल रही भागवत कथा के प्रथम दिवस पर जगद्गुरु रामस्वरूप आचार्य द्वारा श्रीराम कथा की महिमा बताते हुए कहा कि रामचरित मानस सनातन धर्म का आदर्श ग्रंथ है, जिसमें आदर्श चरित्र, मानवता की सारी कार्यशैली परिलक्षित होती है। आदर्श चरित्र का निर्माण श्रीराम चरितमानस से ही हो सकता है। रामचरित मानस मनुष्य को हमेशा से ही भक्ति के माध्यम से भगवान को पाने की लगन रहती हैं। मनुष्य के हृदय में इच्छा रहती है के राम मिल जाये यदि मनुष्य राम को पाना चाहता तो रामचरित मानस को पढ़कर स्वयं भगवान राम के चरित्रों को अनुसरण करके अपने चरित्र का निर्माण कर सकता है। भगवान राम को भी पा सकता है, भगवान की कृपा से इस आयोजन में हनुमानजी महराज ने विशेष कृपा की है। चरित्र का निर्माण करना चाहते हो तो रामायण पढ़ कर भगवान की सेवाभाव में रहकर करो, भगवान राम जी मिल जाएंगे। हनुमानजी का चरित्र जैसा महान नहीं है कोई हनुमानजी ने राम जी से कहा मुझमें अवगुण ही अवगुण है में दीन हूं आपदीन बंधु है। मनुष्य के जीवन में चरित्रता और दीनता होनी चाहिए मनुष्य के जीवन में सरलता दया दीनता भक्ति होनी चाहिए। रामचरित मानस की कथा इसलिए सुनी जाती जिससे लड़कों और लड़कियों के चरित्र का निमार्ण हो सके। मां जब रामायण पढे़गी तब वह अपने बच्चों को शिक्षा दे पायेगी, सानातन संस्कृति में रहने वाले हो तो तुलसीदल और तुलसीकृत होना चाहिए तुलसीकृत रामायण पढ़ो और अपने चरित्र का निर्माण करो। संत उन्हीं को आशिर्वाद देते है जिन्हें सेवा करने का संकल्प हम ले सेवा कराने का संकल्प ना ले। आज मनुष्य कहता है कि भगवान राम, मां नर्मदा और अनेकों भगवत प्राप्त संतो के हमें दर्शन नहीं होते और दूसरों पर प्रत्यरोक लगाता है और संतों पर आरोप लगाता है कि भगवान की हमें प्राप्ति नहीं हो रही है, लेकिन वह स्वयं भगवान को तो पाना चाहता है जबकि वह भगवान राम की तरह मर्यादा के संस्कारों का अनुशरण नहीं करता। कथा को श्रीश्री 1008 ब्रहमचारी जी महाराज मांगरोल, श्री 1008 मानस रत्न श्री अशोकदास जी रामायणी अयोध्याधाम द्वारा भी संबोधित किया गया। मंच संचालन नगर खेरापति नरेश शास्त्री द्वारा किया गया। कथा 22 दिसम्बर तक दोपहर 1 बजे से साय 5 बजे होगी।

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