मध्य प्रदेश

सफाई व्यवस्था हुई बेपटरी: 120 से ज्यादा सफाई कर्मचारी, लेकिन सड़कों, गलियों में लग रहे कचरे के ढ़ेर

कोरोना संक्रमण काल के बाद बिगड़ी शहर की सफाई व्यवस्था सिर्फ घरों से कचरा संग्रहण पर ज्यादा जोर
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन।
दो महीने कोरोना संक्रमण की लहर के बाद जिला व पुलिस प्रशासन ने कोरोना कर्फ्यू खत्म कर दिया था। लेकिन अब शहर की सफाई व्यवस्था पर अब सवाल खड़े हो ने लगे हैं। गली मोहल्लों कालोनियों में सड़क किनारे लगे कूड़े कचरों के ढ़ेर ने नगर पालिका परिषद की सफाई व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है।नगर पालिका का घर घर से डोर टू डोर कचरा संग्रहण पर ज्यादा जोर दे रही है। लेकिन रायसेन शहर की गली मोहल्लों और कॉलोनियों में फैले कचरा उठाने में व्यवस्था फेल हो गई है। ज्यादातर शिकायतें घनी व पुरानी बस्तियों से आ रही हैं। जहां सफाई कर्मचारी गंभीरता से सफाई पर ध्यान नहीं देते। दरअसल शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए 80 से ज्यादा सफाई कर्मचारी, 16 नाला गैंग सफाई कर्मचारी, सफाई दरोगा, मॉनिटरिंग रखने वाले सुपरवाइजर आदि तैनात हैं। इसके अलावा जोन प्रभारियों ने भी जिम्मा संभाल रखा है।इतनी बड़ी नपा अमले की फौज होने के बावजूद नपा अमला शहर की सफाई व्यवस्था के सिस्टम को बेहतर तरीके से रखने की बजाय फेल हो रहा है।
नगर में कोरोना कर्फ्यू हटते ही बढ़ा कचरा…..
कोरोना कर्फ्यू के दौरान रायसेन शहर के कचरा कलेक्शन में बड़ी कमी आई थी। 14 टन कचरा रोजाना निकलने वाला कचरा 5-6 टन तक ही सिमट कर रह गया था। लेकिन शहर से कोरोना कर्फ्यू के हटते ही कचरा कलेक्शन वही पुराने रिकार्ड पर आ गया है। नपा सूत्रों के मुताबिक शहर से रोजाना कचरा 14 से साढ़े 14 टन कचरा निकल रहा है।
लापरवाही कहाँ कहां ….
नगरपालिका में बड़े पैमाने पर सफाई कर्मचारियों की फौज है। लेकिन जबकि हकीकत में कई सफाई कर्मचारी ड्यूटी करने जाते ही नहीं।अफसरों से उनकी तगड़ी सेटिंग के चलते हाजिरी जरूर लग जाती है। यह मामले नगर में काफी चर्चाओं में है।जोन प्रभारी, सफाई दरोगा और मॉनिटरिंग अधिकारियों की टीम है।लेकिन इस मामले की सच्चाई यह है कि पूरी व्यवस्था कागजों की खानापूर्ति में ही पूरी व्यवस्था चल रही है। सुपरवाइजर भी सफाई सिस्टम की मॉनिटरिंग करने घर से जाते तक नहीं है।
इस संबंध में आर.डी. शर्मा नपा सीएमओ रायसेन का कहना है कि रायसेन शहर की सफाई व्यवस्था को और दुरुस्त किया जाएगा। वरिष्ठ अधिकारियों की टीम के जरिए सफाई व्यवस्था सिस्टम को सुधारने की जल्द कवायद की जाएगी। चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।

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