कृषिमध्य प्रदेश

किसानो की मूंग की फसल चौपाल, संकट में किसान

रिपोर्टर : कमलेश अवधिया साईंखेड़ा।
साईंखेड़ा। इस बार मूंग की वम्फर उत्पादन आने की संम्भावना थी कि अचानक मानसून ने दस्तक दी और किसान की मेहनत पर पानी फिर गया बहुत परिश्रम और बहुत लागत लगाकर बमुश्किल गर्मी के मौसम में तपती दोपहर में पानी, खाद, बीज, दवाई आदि की व्यवस्था करके कर्ज करके किसान अपने आने वाली फसल की लागत निकालने के लिए मूंग की फसल को तैयार करता है । दोहरी मार पड़ी है किसान पर एक तो मूंग की फसल में लागत लगाकर भारी नुकसान उठाना पड़ा, दूसरा मूंग की फसल से जो पैसा आता है उसको आने वाली फसल धान की लागत के लिए वह सुरक्षित रखता था अर्थात वह धान की फसल में भी अब आने वाली फसल को तैयार करने के लिए कर्ज लेकर फिर धान की रोपाई या अन्य फसल लगाएगा। इस प्रकार किसान पर दोहरा घाटा हुआ है। इसलिए सरकार को किसान कि इससे संकट की घड़ी में संबल और सहयोग प्रदान करना चाहिए । आज किसान पर प्री मानसून बारिश किसान के खेतों को पानी पानी कर दिया जिसमें मूंग की कटी फसल डूब गई और खड़ी फसल में भी घेटी में दाने में अंकुरण हो गया है। भारतीय किसान संघ ने शीघ्र अति शीघ्र नुकसानी का सर्वे कराकर उचित मुआवजा प्रदान करने की मांग की है।

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