गरीब हितग्राहियों से आवास स्वीकृत कराने के नाम पर लिए जा रहे पांच हजार और दस हजार रूपए
दर्जनों ग्रामीणों ने शपथ देकर की क्षेत्रीय विधायक और कलेक्टर को आवेदन की कार्रवाई की मांग
दस दिन में पंचायत में हुए लाखों रूपए के घोटाले की जांच कराकर की जाए एफआईआर
सिलवानी। बुधवार को ग्राम पंचायत मोईया के ग्राम खामखेडा के लगभग दो दर्जन ग्रामीणों ने कलेक्टर उमाशंकर भार्गव व विधायक रामपाल सिंह राजपूत को ज्ञापन सौंपा।
जिसमें ग्रामीणों द्वारा मांग की है कि सरपंच ममता बाई, सचिव मुन्ना ठाकुर, रोजगार सहायक मूरत सिंह लोधी द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास स्वीकृत के नाम पर निर्धन, असहाय, गरीब हितग्राहियों से कहीं पांच हजार रूपए तो कहीं दस हजार रूपए लिए गए है। ग्रामीणों द्वारा करीब दस दिन पूर्व रायसेन कलेक्टर उमाशंकर भार्गव को एक ज्ञापन सौंपा था जिसमें यह उल्लेख किया गया था ग्राम पंचायत मोईया में खेत तालाब, कूप निर्माण तथा सड़क निर्माण में बडे़ पैमाने पर पंचायत सचिव, सरपंच तथा रोजगार सहायक द्वारा लाखों का हेरफेरी कर लाखों का घोटाला किया गया है। जिसकी शिकायत के बावजूद भी रायसेन कलेक्टर द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। पंचायत में हुए घोटाले को लेकर ग्रामीणों द्वारा सिलवानी में आए कलेक्टर उमाशंकर भार्गव, विधायक रामपाल सिंह को एक मांग पत्र सौंपा गया। सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक द्वारा शासन की योजनाओं का लाभ अपने परिवार वालों को दिया गया है। ग्रामीणों ने मांग पत्र सौंपकर ग्राम पंचायत में हुए घोटाले की जांच कर सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक पर एफआईआर कराने की मांग की। ग्रामीणों द्वारा शिकायत पत्र में यह भी मांग कि है कि पूर्व में की गई पंचायत कि शिकायत बेगमगंज जनपद पंचायत के सीईओ तथा अन्य चार कर्मचारी ग्राम में आए थे हम हितग्राहियों के सामने कोरे कागज रखकर दस्खत करने का कहा तो हम लोगों ने दस्खत करने से माना कर दिया। पूर्व में की गई शिकायत पर प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की। इस दौरान सोनू, संजू, सोनिका, पप्पू, कुअरबाई, फूल सिंह आदि मौजूद रहे।