मध्य प्रदेश

शासकीय तालाब की मेड़ पर बना लिया मकान

ग्रामवासियों ने अतिक्रमण हटवाने जनसुनवाई में की शिकायत
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया                       

उमरियापान |  ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र के ग्राम घुघरी स्थित शासकीय तालाब की मेड़ पर अवैध कब्जा हटवाने ग्रामवासियों द्वारा 10 सितंबर 2024 को हुई जनसुनवाई में सामने आई। ग्रामवासियों ने शिकायत पत्र में बताया कि ग्राम के ही दो व्यक्ति, जगतसिंह और श्याम सिंह जोगी ने शासकीय तालाब की मेड़ पर अवैध कब्जा कर मकान निर्माण कर लिया है ।  यह कब्जा न केवल तालाब की भूमि पर हुआ, बल्कि ग्रामवासियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सार्वजनिक नाली और सार्वजनिक बाथरूम के स्थान पर भी मकान बना दिया गया है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामवासियों ने बताया कि घुघरी मुख्य मार्ग के बाजू में खसरा नंबर 107 / रकवा नंबर 0 / 34 हेक्टेयर शासकीय तालाब स्थित है  ।    ग्रामवासियों ने यह आरोप भी लगाया है कि तालाब की भूमि का कुछ हिस्सा भी अवैध रूप से विकसित किया गया है, जिससे तालाब का अस्तित्व खतरे में पड़ गया। जनसुनवाई के दौरान ग्रामवासियों द्वारा प्रस्तुत आवेदन में इस अवैध कब्जे को हटाने की मांग की गई थी । ढीमरखेड़ा एसडीएम विंकी सिंहमारे ने हल्का पटवारी को इस मामले की जांच करने का आदेश दिया ।  पटवारी द्वारा की गई जांच में अवैध कब्जा और अवैध निर्माण की पुष्टि हुई। पटवारी ने पंचनामा तैयार करके एस.डी.एम. को रिपोर्ट प्रस्तुत की, और इस मामले की सुनवाई नायब तहसीलदार उमरियापान के न्यायालय में की गई।
*अतिक्रमण पर होना चाहिए कार्यवाही*
शासकीय भूमि पर अतिक्रमण एक गंभीर समस्या है, जो न केवल भूमि की वैधता को प्रभावित करती है, बल्कि सामाजिक न्याय के सिद्धांतों को भी चुनौती देती है। अतिक्रमण के कारण सार्वजनिक उपयोग की भूमि, जैसे तालाब, नालियां, बाथरूम आदि, निजी स्वामित्व में चली जाती है, जिससे सामूहिक उपयोग का अधिकार बाधित होता है। इससे ग्रामवासियों की मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति में रुकावट आती है, और समाज में असंतोष फैलता है। इस समस्या का समाधान तभी संभव है जब शासन और प्रशासन इसे गंभीरता से लें और त्वरित कार्रवाई करें।

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