रायसेन में स्कूली बच्चों को दूसरे दिन भी लगाया लगा सुरक्षा कवच: केंद्रों पर लगी छात्र-छात्राओं की भीड़
टीका लगवाकर बोले- न कोई दर्द हुआ और न दिक्कत, आप भी लगवाएं, टीका लगवाते ही छात्र-छात्राओं के चेहरों पर आई मुस्कान
रिपोर्टर : शिवलाल यादव
रायसेन। रायसेन शहर सहित जिले भर में 15 से 18 वर्ष की आयु के स्कूली छात्र-छात्राओं का वैक्सीनेशन सोमवार से शुरू किया गया है।दूसरे रोज4 जनवरी मंगलवार को सुबह 9.30 बजे से वैक्सीनेशन शुरू किया गया। इस दौरान निजी स्कूलों में छात्र-छात्राएं पहुंची। लेकिन सरकारी स्कूलों में सुबह 11.30 बजे से बालक-बालिकाओं की भीड़ उमड़ी। वैक्सीन लगवाने के लिए बालक-बालिकाओं में उत्साह देखने को मिला। समृद्घि नेमा, मुकेश अहिरवार, शिवानी जाट ने वैक्सीन का पहला डोज लगवाया।वैक्सीनेशन कराने के बाद बच्चों के चेहरों पर मुस्कान दिखाई दी।
उन्हें को-वैक्सिन लगाई गई है-वैक्सीन डोज का पहला डोज लगवाने के बाद छात्र-छात्राओं ने कहा कि हमें न तो कोई दर्द हुआ और न ही कोई दिक्कत। वैक्सीन लगवाने से कोरोना संक्रमण से सुरक्षा होगी। यह संक्रमण से जिंदगी बचाव के लिएबेहतर सुरक्षा कवच है। सभी लोगों को वैक्सीन लगवाना चाहिए। साथ ही कोरोना गाइड लाइन का पालन करना चाहिए। दो गज दूरी मास्क जरूरी कोरोना से बचाव के फार्मूले का पालन भी कराएं।टीकाकरण केंद्रों पर दोपहर के समय बच्चों की ज्यादा भीड़ रही।
कलेक्टर डीईओ,डीपीसी ने देखी व्यवस्था….
15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के वैक्सीनेशन के दूसरे
दिन कलेक्टर अरविंद दुबे, डीईओ एमएल राठौरिया, डीपीसी सीबी तिवारी सेंट फ्रांसिस कान्वेंट हासे स्कूल रायसेन की प्राचार्य सिस्टर अर्चना ने मंगलवार को उनके ही वैकशीनेशन सेंटर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का लिया जायजा।उन्होंने वैक्सीन लगवा रहे बच्चों से बातचीत कर उनके अनुभव सुने। साथ ही स्टॉफ को बच्चों के स्वास्थ्य पर ध्यान रखने की बात कही।जिला मुख्यालय के अन्य पांच टीकाकरण केंद्रों पर कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए स्कूली बच्चों को लगे टीके।
टीका लगवाने की ये रही प्रक्रिया
रायसेन शहर के सेंट फ्रांसिस कान्वेंट सीनियर हासे स्कूल रायसेन पर मंगलवार को दूसरे दिन भी टीकाकरण किया गया। शहर के कान्वेंट ईसाई मिशनरी के सीबीएसई स्कूल में सुबह से ही बच्चे टीका लगवाने के लिए पहुंचे। यहां पहले बालक-बालिकाओं को अपना आधार कॉर्ड और मोबाइल नंबर दिखाना पड़ा। जिसके बाद उन्हें एक पर्ची दी गई। वे रजिस्ट्रेशन रूम में पहुंचे और अपना रजिस्ट्रेशन कराया। इसके बाद टीकाकरण केंद्र में गए। जहां लाइन में लगने से बाद को-वैक्सिन का पहला डोज लगाया गया। टीका लगने के बाद छात्र-छात्राओं को 30 मिनट तक आब्जर्वेशन रूम में रखा गया। इस पूरी प्रक्रिया में बालक-बालिकाओं को करीब 50 मिनट का समय लग रहा है।सोमवार की तुलना में मंगलवार को कम भीड़ रही।
इस संबंध में सिस्टर अर्चना प्राचार्या सेंट फ्रांसिस कान्वेंट सीनियर हासे स्कूल रायसेन का कहना है कि हमारे स्कूल में 60 प्रतिशत से अधिक स्कूली बच्चों को कोरोना महामारी से बचाव के लिए पहला डोज लगाए जा चुके हैं। स्कूल के 650 छात्रों में से 307 विद्यार्थियों को वैकशीनेशन हो चुका है। जल्द ही यह लक्ष्य पूर्ण करवा लिया जाएगा।