खाली प्लाॅट में जमा पानी, रहवासियों का रहना मुष्किल
सिलवानी। नगर के कई वार्डों में खाली पडे़ प्लाट इस समय बारिष के मौसम में पानी भराने के बाद मिनी तलैया का रूप धारण कर चुके हैं। प्लाट में जमा पानी सड़कर बदबू मार रहा है तो वहीं मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से बीमारी फैलने का अलग खतरा मंडरा गया है। यहां तक ही नहीं इनमें छोटे बच्चों के भी अब डूबने की सबसे ज्यादा अषंका बन गई है। बावजूद नगर परिषद के नुमाईंदों ने मानों लोगों की इस समस्या से आंखें ही मूंद ली हैं। अधिकांष वार्डों में यह हाल आसानी से देखे जा सकते हैं। सबसे बेकार स्थिति महावीर काॅलोनी, सरस्वती नगर, के अलावा अन्य जगह बनी हुई है। पिछले तीन महीने से निकासी के अभाव में खाली प्लाट में एक जगह पानी भरा हुआ है। यह सड़ने से इस समय बदबू मार रहा है और मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। लोगों का कहना है कि प्लाट के कारण ही बीमारी फैलने से उनको आए दिन अस्पतालों का मुंह देखना पड़ रहा है। काॅलोनियों में क्या हाल है उसका अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि लोगों का घर से बाहर निकलते ही इन खाली प्लाट में भरे गंदे पानी से सामना हो रहा है। कई लोगों के घरों के दरवाजे के सामने पानी भरा हुआ है, जिससे उनको छोटे बच्चों की निगरानी करना पड़ती है। यदि ऐसा नहीं करें तो बच्चों के डूबने का सबसे ज्यादा खतरा रहता है।
नोटिस तक कार्रवाई सीमित
नगर के विभिन्न क्षेत्र में दर्जनों खाली प्लाट हैं जिनमें यही हाल है। नगर परिषद ने बारिष पूर्व इनके मालिकों को नोटिस जारी किया था, लेकिन यह कार्रवाई महज रस्म अदायगी और दिखावा बनकर रह गई है। प्लाट मालिकों पर कार्रवाई नहीं होने का ही नतीजा है कि उन्होंने खरीदने के बाद दूसरे लोगों को परेषानी देने निर्माण कराने की बजाए अधर में छोड़ दिया है। उल्लेखनीय है कि इस समय डेंगू का खतरा बना हुआ है और ऐसे में गंदगी से बीमारी ज्यादा पांव पसार सकती है।