किसानों के नरसंहार को लेकर किसान जागृति संगठन ने किया नारेबाजी के बीच पीएम मोदी का पुतला दहन
संयुक्त किसान मोर्चा के किसान बोले किसानों पर कूरतापूर्वक जीप चढ़ाकर फ़ूडमन्त्री के बेटे ने की हत्या, केंद्र की निर्दयी मोदी सरकार बनीं गूंगी और बहरी
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन। संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर किसान जागृति संगठन रायसेन द्वारा सलामतपुर त्रिमूर्ति चौराहे पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला नारेबाजी कर दहन किया गया। सलामतपुर चौराहे के अलावा रायसेन जिले के कई गावों में भी पीएम नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया गया। पुतला दहन के पूर्व कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संगठन प्रमुख इरफान जाफरी ने कहा कि सत्ता में बैठी मोदी सरकार वास्तव में अहंकारी सरकार है जो सिर्फ तानाशाही करने पर उतारू है । इसी का जीता जागता उदाहरण लखीमपुर खीरी उत्तरप्रदेश में केंद्रीय खाद्य मंत्री के बेटे द्वारा जीप चढ़ाकर किसानों का नरसंहार किया गया। इसके बाद भी केंद्रीय मंत्री के बेटे पर अभी तक कोई ठोस कानूनी कार्रवाई नहीं हुई है। इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि केंद्र में बैठी हुई मोदी सरकार किसानों के साथ, गरीबों के साथ किस तरह कमरतोड़ महंगाई लादकर मनमानी तानाशाही करने पर उतारू है। केंद्र में बैठी सरकार की तानाशाही का एक और उदाहरण 11 महीने से लगातार चल रहा किसान काले बिलों के विरोध में किसान आंदोलन है ।किसान देश का अन्नदाता है केंद्र की तुगलकी सरकार को उनकी तकलीफ बिल्कुल भी नहीं दिखाई दे रही है। आगे शजाफरी ने कहा कि जब तक यह तीनों काले कृषि कानून वापस नहीं लिए जाएंगे । तब तक यह किसान आंदोलन चलता रहेगा।तीनों कृषि काले कानून किसान हित व देश हित में नहीं है हम इन्हें वापस करा कर ही दम लेंगे। पुतला दहन को संबोधित करते हुए किसान जागृति संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र कुमार बाबू राय (रज्जू भैया) ने कहा कि तीनों कृषि काले कानून किसानों के हित में नहीं है। इन तीनों काले कृषि कानूनों से देश की अर्धव्यावस्था नष्ट हो जाएगी जिससे हमें हमारे भारत देश में भुखमरी, बेरोजगारी, अपने चरम पर पहुंच जाएगी । जिससे हमें एक फिर विदेशों की गुलामी करनी पड़ेगी। संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष रंजीत यादव ने तीनों काले कानून समझाते हुए कहा कि अगर यह तीनों काले कृषि कानून वापस नहीं लिए गए तो किसान को अपनी ही जमीन पर मजदूर एवं गुलाम बनना पड़ेगा।आगे यादव ने कहा कि कर्मचारी, हम्माल एवं हाथ ठेले वाले, फुटपाथ के दुकानदार बेरोजगार हो जाएंगे, आम जनता को खाने पीने पर महगाई का पांच से दस गुना अधिक भार बढ़ जाएगा। आखिर में रंजीत यादव ने कहा कि हम तीनो काले कृषि कानून वापस कराकर ही रहेंगे।
पुतला दहन में संगठन संरक्षक इरफान जाफरी, प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र बाबू राय (रज्जू भैया) जिलाध्यक्ष रंजीत यादव, महासचिव रामस्वरूप राठौर, तहसील अध्यक्ष ब्रजेश बघेल, कोषाध्यक्ष नारायण सिंह राजपूत, इशाक अली खान, हरनाम सिंह जाट बीदपुरा, किसान नेता सुरेश वाजपेयी जमुना प्रसाद लोधी, दीवान सिंह मीणा, सुरेश मीणा, धन सिंह राजपूत, नारायण सिंह मीणा, कोमल विश्वकर्मा, शोभा राम यादव, रईस खान, हसन खान, सिंह, नवल सिंह, घनश्याम सिंह, खुमान सिंह, थान सिंह, मेहबूब खान, दशरथ सिंह बघेल, मदन लाल यादव, रामबाबू यादव, जहीर खान, सैकड़ों किसान मौजूद थे।