मध्य प्रदेश

30 लाख की लागत : सात वर्ष में ही दरकने लगी भ्रष्टाचार की परतें, उमरियापान नायब तहसील बिल्डिंग का मामला

जगह-जगह उखड़ा पड़ा फर्स, दीवारों में आ रही दरारें, भ्रष्टाचार की उखडऩे लगी परतें
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया उमरिया पान
उमरियापान। वर्ष 2014 में उमरियापान नायब तहसील कार्यालय की बिल्डिंग का निर्माण किया गया था। उक्त बिल्डिंग में 30 लाख रुपये का व्यय किया गया है लेकिन जिस तरह से मात्र 7 वर्षों में ही उक्त बिल्डिंग में जगह.जगह दरारें आ गई है इससे साफ है कि उक्त बिल्डिंग निर्माण में ठेकेदार ने संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर जमकर शासन के पैसों ही होली खेली।
विदित हो कि पहले नायब तहसील कार्यालय उमरियापान पंचायत की बिल्डिंग में संचालित होता था जहां पर पर्याप्त जगह न होने के कारण शासन द्वारा उक्त नई बिल्डिंग स्वीकृति की गई थी जिसका निर्माण वर्ष 2014 में पूरा हुआ है। तब तत्कालीन बड़वारा विधायक मोती कश्यप ने उक्त नव निर्मित नायब तहसील कार्यालय का लोकार्पण किया था।
गुणवत्ता दरकिनार
उक्त बिल्डिग की वर्तमान स्थितियों को देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है। वह कितनी घटिया बनी है। यह सर्वविदित है कि उक्त निर्माण कार्य में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है तभी तो इतने कम समय में ही उक्त बिल्डिंग में जगह जगह दरारे आ गई जिसमें जमकर गुणवत्ता मापदंडों की धज्जियां उड़ाई गई होगी तभी तो इतने कम समय में ही बिल्डिंग की ये हालत हो गई है। स्लेप से रिस रहा पानी उक्त बिल्डिंग जर्जर होने के साथ-साथ स्लेप से भी पानी रिस रहा है । विगत दिवस जब लगातार बारिश हुई तो उक्त बिल्डिंग में जगह-जगह पानी रिसने लगा जिसके कारण सवाल उठाना लाजमी है क्योंकि कोई भी बिल्डिंग जर्जर होने की अवधि 30 वर्ष शासन द्वारा निश्चत की गई है लेकिन उक्त नायब तहसील कार्यालय में बनी बिल्डिंग को अभी मात्र 7 वर्ष ही हुये है और इतनी कम अवधि में ही ये हाल हो गये है।

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