पर्यूषण पर्व के दौरान हो रहे कई कार्यक्रम
ब्यूरो चीफ : शब्बीर अहमद
बेगमगंज । पर्यूषण पर्व के दौरान उत्तम मार्दव दिवस के दिन मुनि श्री प्रवचन सागर संस्कार केंद्र हदाईपुर द्वारा देशभक्ति से ओत एवं मातृभाषा के उन्नयन हेतु नाटिका एवं नृत्य की प्रस्तुति श्री 1008 पारसनाथ दिगंबर जैन बड़े मंदिर में दी गई |
प्रस्तुति को कमेटी एवं जनता जनार्दन ने बहुत ही सराहा एवं प्रोत्साहन प्रदान किया नाटिका को तैयार करने में बहिन रूपाली, आशिका एवं आशी का महत्वपूर्ण योगदान रहा कार्यक्रम का संचालन नितेंद्र जैन द्वारा किया गया।
इस अवसर पर बताया गया कि घमंड एक गुब्बारे की तरह है। जिस तरह गुब्बारे में हवा भरी रहती है। वह ऊपर की ओर उठता रहता है। जैसे ही हवा निकल जाती है। गुब्बारा भी जमीन पर गिर जाता है। उसी प्रकार घमंडी व्यक्ति भी जब तक उसका घमंड रहता है, तब तक घमंड के नशे में चूर होकर अपने आप को ही सब कुछ समझता है। उत्तम मार्दव धर्म घमंड अर्थात अहंकार को दूर करके व्यक्ति को विनम्र बनाता है। पंडित जी ने विधि-विधान से मंदिर में पूजन कराया। सुबह मंदिर में अभिषेक और शांति धारा हुई शांतिधारा के बाद श्रद्धालुओं ने पूजा और दशलक्षण विधान किया जिसमें सभी भक्तों ने अर्घ्य मांडले पर समर्पित किए। दीपक भेंट किए और आरती की गई।