अंगद की तरह पैर जमाकर बैठक अंतर्वेद सचिव ग्रामीणों की शिकायत पर गंभीर नहीं अधिकारी
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया, उमरिया पान
उमरियापान। जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा की ग्राम पंचायत अंतर्वेद गनियारी में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है और पिछले कई वर्षों से पदस्थ सचिव बशरुलहक मंसूरी के द्वारा जमकर शासकीय योजनाओं में पलीता लगाया जा रहा है उनकी इसी कार्यप्रणाली से खफा ग्रामीणों के द्वारा अंतर्वेद पंचायत में कई वर्षों से पदस्थ सचिव बशरुलहक मंसूरी को हटाने के लिये अधिकारियों से गुहार लगाई गई थी लेकिन भ्रष्टाचार की नाव में सवार जनपद के तथाकथित अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंगी और उन्होंने ग्रामीणों की मांग को अनदेखा कर दिया।
विदित हो कि गनियारी में पदस्थ सचिव पिछले कई वर्षों से एक ही पंचायत में पदस्थ होने के कारण इनके हौसले और बुलंद हो गये है और रोजगार गारंटी हो या फिर प्रधानमंत्री आवास योजना में हितग्राहियों को बिना पैसा दिए लाभ नहीं मिल रहा। जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा की ग्राम पंचायत अंतर्वेद में शासन द्वारा चलाई जा रही योजना रोजगार गारंटी में फ र्जी मजदूरों की हाजिरी भरी जा रही है। ग्रामवासियों ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना में पात्र हितग्राहियों को आवास नहीं मिलता। जो लोग प्रधानमंत्री आवास योजना में अपात्र हैं उन्हें योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है क्योंकि अपात्र हितग्राही द्वारा पैसा देकर पात्र हो जाता है। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि अंतर्वेद में पदस्थ सचिव पिछले कई वर्षों से यहां पर पदस्थ है जिस कारण से इनके द्वारा अवैध तरीके से शासन की योजनाओं का पैसा निकलकर बंदरबांट किया जा रहा है।
स्मरण रहे कि अंतर्वेद गनियारी में साप्ताहिक एवं बैलहाई बाजार भर जाती है जिसकी नीलामी हर वर्ष पंचायत के द्वारा की जाती है जिसमें हर बार सचिव और सरपंच द्वारा अपने चेहेतों को उपकृत कर दिया जाता है। पिछले दिनों जब उक्त बाजार की नीलामी की गई तो सचिव के द्वारा बिना अखबारों में विज्ञापन प्रकाशित कराये उक्त बाजार की नीलामी करा दी गई जबकि शासन के स्पष्ट आदेश है कि किसी भी बाजार की नीलामी से पहले स्थानीय अखबारों में विज्ञापन देना आवश्यक है जिससे अन्य जगह के ठेकेदार उक्त नीलामी प्रक्रिया में भाग ले सके और ज्यादा से ज्यादा राजस्व शासन को प्राप्त हो सके। लेकिन अंतर्वेद सचिव बशरुलहक मंसूरी ने ऐसा करना उचित नहीं समझा और जानबूृझकर शासन को लाखों रूपये की क्षति करवाई गई।
