छतरपुर में बर्बर घटना के विरोध में तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
रिपोर्टर : आशीष रजक उदयपुरा।
उदयपुरा। मध्यप्रदेश के छतरपुर में एक बर्बर घटना सामने आई है। जिले के गांव बंदरगढ़ में हाल ही में दबंगों ने एक गर्भवती महिला, उसकी सास और दो बच्चों का पहले अपहरण किया बाद में बच्चों के सामने ही उनकी मां के साथ दुष्कर्म किया। सभी को 4 दिनों तक बंधक बनाकर प्रताड़ित किया।घटना के बाद महिला की तबीयत बिगड़ गई। बताया जा रहा है कि पीड़िता के पति दबंगों के खेत में काम करने से इंकार कर दिया था। महिला की 70 वर्षीय सास और बच्चों को भी आरोपियों ने बुरी तरह पीटा। बदमाशों ने उन्हें पिछले 4 दिनों से उनके ही घर में बंधक बनाकर रखा था और उनका हुक्का-पानी बंद (सामाजिक बहिष्कार) कर दिया। साथ महिला के पति और देवर को मारपीट कर गांव से भगा दिया गया। आरोपियों के नाम विनोद पटेल, बद्री पटेल और प्रदीप पटेल बताए जा रहे हैं।
उक्त घटना के विरोध में शनिवार को उदयपुरा प्रभारी तहसीलदार सुनील कुमार प्रभास को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया है जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से निवेदन है कि उक्त सभी आरोपियों ने काफी जघन्य अपराध किया है उक्त सभी आरोपियों को केवल और केवल फांसी की सजा हो एवं मामले को दबाने का भी काफी प्रयास किया जा रहा है सही धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए एवं फास्ट ट्रेक कोर्ट में मामले को चलाया जाए। कार्यवाही ना करने की स्थिति में समस्त दलित समाज शासन के खिलाफ मोर्चा खोलेगा और उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी। ज्ञापन देने वालों में हेमंत नरवरिया, बालकृष्ण नरवरिया, जितेंद्र मेहरा, मनुलाल चौधरी, मिथिलेश मेहरा, गोलू मालवीय, आशीष रजक, राजकुमार नरवरिया आदि उपस्थित रहे।