अब घरों में नही भरेगा पानी, एक साइड का पुल बनने के बाद तोड़ा डायवर्सन मार्ग
सिलवानी। राजमार्ग 44 गैरतगंज गाडरवारा मार्ग पर षिवाजी नगर में बेगम नदी पर निर्माणाधीन पुल के लिए कच्चा डायवर्सन मार्ग बनाया गया था जिससे गत वर्ष लोगों के घरांेे में बारिष में कई बार पानी भरा था और निर्माण एजेंसी द्वारा उक्त डायवर्सन मार्ग पर नाम मात्र की छोटी पुलियां डाली गई थी जिस पर वार्ड वासियों ने परेषान होकर आंदोलन किया था। जिस पर एमपीआरडीसी के वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर उक्त डायवर्सन मार्ग पर पुलियों की संख्या बढ़ाने और डायवर्सन को डामरीकरण के निर्देष निर्माण एजेंसी को दिये थे। जैसे तैसे दो वर्ष में निर्माण एजेंसी द्वारा कछुआ गति से निर्माण करते हुये अभी एक मात्र एक साइड के पुल का निर्माण किया गया है। और एक साइड के पुल को चालू किया गया एवं दूसरे साइड का निर्माण होना बाकी है। एक साइड का पुल बनने के बाद गुरूवार को उक्त डायवर्सन मार्ग को तोड़ा गया है। जिससे वार्डवासियों ने राहत की सांस ली।
ज्ञातव्य है कि नगर को विकास की मुख्य धारा से जोड़े जाने के लिए प्रदेश सरकार के द्वारा करोड़ों की राषि से सड़क, पुल-पुलियाओं और नालियों के निर्माण कराया जा रहा है। एमपीआरडीसी द्वारा निर्माण एजेंसी के माध्यम से कराए जा रहे निर्माण कार्य मापदंड की कसौटी पर खरे नहीं उतर रहे है, बल्कि घटिया निर्माण कर शासन को लाखों रूपए का चूना भी लगाया जा रहा है। इसमें अफसरों व ठेकेदार की सांठगांठ भी उजागर हो रही है। एमपीआरडीसी विभाग द्वारा फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जहां निर्माण एजेंसी की मनमानी के चलते लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पुल निर्माण एजेंसी की लापरवाही से बरसात में कई बार डायवर्सन मार्ग बन्द रहा और मकानों में पानी भरने से काफी नुकसान हुआ था।
तीन वर्ष पूर्व लगभग 14 करोड़ की लागत से आमापानी से बजरंग चैराहे तक फोर लेन सडक एवं पुल एवं पुलियों का निर्माण किया जाना था। वर्तमान में कई नाली अधूरी है और दोनों साइडों को खोदकर मिट्टी डालकर छोड़ दिया गया है जिससे आये दिन दुर्घटनायें भी हो रही है। नालियों का निर्माण भी घटिया स्तर का हो रहा है जिसकी षिकायत भी कई बार की गई परंतु कोई कार्यवाही नहीं की गई।