8 वर्षीय बालिका से दुष्कर्म एवं हत्या का आरोपी पुलिस की गिरफ्त में।
रिपोर्टर: गौरीशंकर लोधी, तेन्दूखेड़ा।
तेन्दूखेड़ा। 5 जून को थाना तेन्दूखेडा में प्रार्थी द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि उसकी 8 वर्षीय पुत्री घर से लापता है जिसके संबंध में आसपास के स्थानों पर एवं जान पहचान के लोगों से पूछने पर कोई जानकारी प्राप्त नही हुई है। प्रार्थी द्वारा आशंका व्यक्त की गयी कि संभवतः उसकी पुत्री को कोई अज्ञात व्यक्ति उसको बहला फुसलाकर ले गया है। सूचना पर तत्काल कार्यवाही करते हुये थाना तेन्दूखेडा में अपराध क्रमांक 218/2021 धारा 363 भादवि कायम किया जाकर एवं प्रकरण नाबालिग बच्ची से जुडा होने से बच्ची की तलाश हेतु आसपास के क्षेत्रों में तलाश की जाकर क्षेत्रीय लोगों से पूछताछ की गयी। पूछताछ के दौरान जानकारी प्राप्त हुई कि संदेही नितिन पटैल के उक्त घटना में संलिप्त होने का संदेह हुआ। संदेही नितिन पटैल की तलाश करने पर उसके संबंध में जानकारी प्राप्त नही हो रही थी एवं वह अपनी उपस्थिति को भी छुपा रहा जिसे पुलिस एवं उसके परिजनों द्वारा बुलाने पर भी वी उपस्थित नही हो रहा था एवं इसी दौरान संदेही नितिन पटैल अपना मोबाईल बंद कर फरार हो गया।
अपृहत नाबालिग बच्ची की तलाश पतासाजी हेतु गठित पुलिस टीम द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार केदार सिंह पटैल के बंद पडे मकान की दिनांक 6 जून को तलाशी ली गयी। उक्त स्थान की बारीकी से तलाश करने पर भूसे के डेर में उक्त अपृहत बालिका का शव बरामद हुआ। प्रकरण में अपृहत बालिका का शव मिलने की सूचना पर आरोपी की पतासाजी एवं गिरफ्तारी हेतु अति. पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार शिवहरे, एसडीओपी तेन्दूखेडा मेहन्नती मरावी मार्गदर्शन में 6 पुलिस टीमों का गठन किया गया। संदेही नितिन पटैल के फरार हो जाने से उसकी तलाश हेतु पुलिस टीमों को पृथक-पृथक स्थानों पर रवाना किया गया एवं रेल्वे स्टेशन, बस स्टेण्ड एवं आसपास के क्षेत्रों पर सधन चैकिंग करायी गयी। आरोपी की पतासाजी हेतु तकनीकी माध्यमों का भी उपयोग किया गया तथा संदेही नितिन पटैल के संपर्क में आए लगभग 350 लोगो से पूछताछ की गयी साथ ही आसपास के क्षेत्रों एवं रेल्वे स्टेशनों पर लगे सीसीटीव्ही कैमरों की भी जांच कराई गई जिसके परिणाम स्वरूप इटारसी रेल्वे स्टेशन में लगे सीसीटीव्ही कैमरे मे संदेही नितिन पटैल ट्रेन में बैठकर जाता हुआ दिखाई दिया गया। संदेही नितिन पटैल के टेन में बैठकर भागने के फुटेज सामने आने पर पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव द्वारा गठित की गयी टीमों को संदेही की तलाश हेतु भुसावल, बडोदा, सूरत एवं अहमदाबाद की ओर रवाना कर संहेही को गिरफ्त में लेने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन जबलपुर भगवतसिंह चैाहान द्वारा आरोपी की पतासाजी एवं गिरफ्तारी हेतु सूचना देने वाले एवं गिफ्तार करने वाले को 30 हजार रूपये के नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गयी थी।
संदेही नितिन पटैल की पतासाजी एवं गिरफ्तार हेतु तकनीकी माध्यमों का उपयोग किया जाकर मुखबिर तंत्र को भी सक्रीय कर आवश्यक जानकारियों को एकत्रित किया गया जिसके परिणाम स्वरूप जानकारी प्राप्त हुयी कि संदेही नितिन वर्तमान में अहमदाबाद (गुजरात) में है सूचना प्राप्त होते ही पुलिस टीम को तत्काल अहमदाबाद रवाना किया गया एवं अहमदाबाद पुलिस की मदद से संदेही नितिन पटैल को गिरफ्त में लेने में सफलता प्राप्त हुयी। संदेही नितिन पटैल की गिरफ्तारी उपरान्त उसे थाना तेन्दूखेडा लाकर पूछताछ की गयी पूछताछ पर आरोपी नितिन पटैल द्वारा घटना को घटित करना स्वीकार करते हुये नाबालिग बालिका के साथ दुराचार कर हत्या करना स्वीकार किया गया है। आरोपी द्वारा बच्ची को बाल देने के बहाने से बुलाकर कमरा बंद करके दुराचार करना तथा साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से बच्ची की हत्या कर शव को छुपाया गया था। आरोपी नितिन पटैल को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाकर अन्य आवश्यक साक्ष्य एकत्रित किए जा रहे है।
आरोपी नितिन पटैल की पतासाजी एवं गिरफ्तार में सराहनीय भूमिका
आरोपी नितिन पटैल की पतासाजी एवं गिरफ्तार करने में गुजरात पुलिस की भी सराहनीय भूमिका रही है जिसमें डीसीपी करन वघेला, भा.पु.से., थाना वटवा, गुजारात से इंसपेक्टर एच व्ही सिसारा, सब इंसपेक्टर व्ही एम सतिया, सहा उप निरीक्षक विजय राज सिंह, सहा उप निरीक्षक मनोज कुमार, सहा उप निरीक्षक महेन्द्र सिंह, पीसी हितेशभाई नागजीभाई, पीसी प्रतिपाल सिंह, पीसी जगदीश सिंह, पीसी मनीष कुमार, पीसी रविकुमार के साथ-साथ नरसिंहपुर पुलिस की गठित की गयी टीम में एसडीओपी तेन्दूखेडा मेहन्नती मरावी, उप पुलिस अधीक्षक महिला अपराध राजेश्वरी कौरव, थाना प्रभारी करेली निरीक्षक अनिल सिंधई, थाना प्रभारी तेन्दूखेडा श्रंगेश राजपूत, थाना प्रभारी सुआतला निरीक्षक ज्योति दीक्षित, थाना प्रभारी पलोहा निरीक्षक सरोज ठाकुर, थाना प्रभारी गाडरवारा निरीक्षक राजपल वघेल, उनि अक्रजय धुर्वे, उनि रूचिका सूर्यवंशी, उनि विजय सेन, प्रधान आरक्षक संजय शाह, आरक्षक बहादुर कुशवाह, आरक्षक सुदीप घाकड, आरक्षक आकाश दीक्षित, आरक्षक साईबर सेल धारा सिंह, महिला आरक्षक साईबर सेल कुमुद पाठक, आरक्षक साईबर सेल अभिषेक सूर्यवंशी की सराहनीय भूमिका रही है।