मध्य प्रदेश

दो ब्लाइंड दिव्यांग बच्चों के एडमिशन करने पहुंचे पालक, दिव्यांग विद्यालय में रह कर प्राप्त करेंगे शिक्षा

पर्वत सिंह गौड़, अनिल कुमार दृष्टिबाधित बालक
ब्यूरो चीफ : मनीष श्रीवास
कटनी। मध्यप्रदेश ब्लाइंड, दिव्यांग, विकलांग बालक, बालिकाओं को शिक्षा हेतु राज्य सरकार सुविधा एवं शिक्षा प्रदान कर रही हैं। आगामी दिवस में सक्षम छात्रावास के प्रेमनगर जिला कटनी तिलक कॉलेज पुराने थाने के पास दो ब्लाइंड दिव्यांग बच्चों को दाखिला दिलाया गया। बहोरीबंद निवासी विकलांग बाल जिला उपाध्यक्ष की मौजूदगी में हॉस्टल के अधिवक्ता चौकीदार ने जानकारी देते हुए बताया कि अब यहां दिव्यांग बच्चों के लिए स्मार्ट बोर्ड, कपड़ों को धोने के लिए वाशिंग मशीन की भी व्यवस्था कर दी गई है। जहां दिव्यांग हॉस्टल बुक एवं जिले के मुखिया कलेक्टर के आधीन आ गया है । साथ ही संचालक जिला शिक्षा केंद्र के माध्यम से होता है। वहीं ब्लाइंड, विकलांग दिव्यांग हॉस्टल से जानकारी में पाया गया हैं यहां पर दिव्यांग 50 से 55 बच्चे रहते हैं। जिनको सभी सुविधाएं दी जाती हैं। सुबह का नाश्ता और चाय, शाम का नाश्ता चाय, सहित भोजन आदि व्यवस्थाएं उपलब्ध होती हैं।
जहां पर बच्चे दृष्टिबाधित, अल्प दृष्टिबाधित, मंदबुद्धि और श्रवण बाधित वाले बच्चों का दिव्यांग हॉस्टल है। यहां कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों का दिव्यांग हॉस्टल के बाजू में विद्यालय उपलब्ध कराया गया है। प्राथमिक विद्यालय बच्चों को उपलब्ध है वहीं दूसरी तरफ कक्षा 6 से 8 वाले बच्चों को उत्तर माध्यमिक शाला एनकेजी में जाना पड़ता है जहां के लिए बच्चों को लाने ले जाने की व्यवस्थाएं भी की जा चुकी हैं। इन दिव्यांग बच्चों के लिए आधारित वार्डन, रसोईया सहायक रसोईया दो केयरटेकर उपलब्ध हैं। दिव्यांग हॉस्टल में सुरेश तिवारी द्वारा व्यस्था के साथ हॉस्टल का संपूर्ण स्टाफ उपलब्ध रहता है। इसके अलावा यहां पर शाम को बच्चों को ट्यूशन पढ़ाया जाता है जिसमें की 100% ब्लाइंड बच्चों के लिए अतिथि शिक्षक के रूप में टीचर भी नियुक्त किए गए है।
ब्लाइंड, दृष्टिबाधित, विकलांग दिव्यांग बच्चों को 20 जुलाई 2025 के बाद से इस हॉस्टल में सभी बच्चों की व्यवस्था कराई जाएगी ।

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