राशन डीलर की मनमानी उजागर, नि:शुल्क राशन वितरण के गरीब उपभोक्ताओं से दो महीने के वसूले रुपये।
मामले की शिकायत स्वास्थ्य मंत्री, कलेक्टर तक पहुंची गरीबों का हक का छीना निवाला
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन। पीडीएस की राशन दुकान संचालकों की राशन वितरण प्रणाली में हेराफेरी की जब तब शिकायतें उजागर होती रहती हैं। बावजूद इसके राशन वितरण में हर महीने अनियमितताओं के मामले उजागर होते रहते हैं। फिर भी राशन की इस सार्वजनिक वितरण सिस्टम में सुधार की गुंजाइश दूर -दूर तक नजर नहीं आ रही हैं। ऐसा ही एक गड़बड़झाले का मामला नरवर की राशन दुकान संचालक थानसिंह धाकड़ द्वारा राशन वितरण अप्रैल, मई महीने में कोरोना कर्फ्यू के दौरान लोगों को काम धंधे ठप्प होने की वजह से बजाय राशन निःशुल्क बांटने के उनसे रुपये लेकर ही वितरित किया गया है।जब इस गड़बड़झाले की लिखित शिकायतें लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी, कलेक्टर उमाशंकर भार्गव, खाद्य अधिकारी ज्योति जैन से की गई।
कलेक्टर भार्गव के आदेश पर खाद्य निरीक्षक संदीप कुमार को नरवर की राशन दुकान पहुंचे। और उपभोक्ताओं की समस्याएं सुनी और पंचनामा बनाया। जांच के बाद प्रस्तावित कार्यवाही ठंडे बस्ते में पड़ी हुई है।
इसी तरह की दूसरी खबर माखनी राशन दुकान के संचालक रतनसिंह लोधी द्वारा एक भी महीने राशन गरीबों को निःशुल्क वितरित नहीं किया है। ग्रामीणों का यह कहना है कि उनके हिस्से का सस्ता बाजार की अनाज मंडी और गेंहू चना आदि की दुकानों पर पाला कर बाजार में महंगे दामों में बेचक़र कमाई कर रहे है। राशन दुकान संचालक रतनसिंह लोधी का कहना है कि मेरा कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता । मेरी कोई जांच करने की हिम्मत भी नहीं कर सकता।
इस संबंध में खाद्य निरीक्षक रायसेन संदीप भार्गव का कहना है कि शिकायत मिलने पर नरवर राशन दुकान की जांच पड़ताल करने और मेरे द्वारा परेशान उपभोक्ताओं की शिकायत सुनीं व उनके बयान दर्ज कर पंचनामा भी बनाया। माखनी की राशन दुकान की हेराफेरी की उपभोक्ताओं ने शिकायतें की हैं।जल्द ही माखनी राशन दुकान के स्टॉक की जांच की जाएगी।