पंचायतों में डले हैं ताले, नहीं हो पा रहे हैं विकास कार्य
सिलवानी। पंचायत कर्मचारियों की प्रदेशव्यापी हड़ताल के चलते तहसील की सभी पंचायतों में ताले डले हैं। पंचायत कर्मचारियों के सभी संगठनों के हड़ताल में शामिल होने की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य रुक गए हैं और लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। दर असल पंचायतकर्मी अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर चरणबद्ध आंदोलन के तहत 22 जुलाई से हड़ताल पर चले गए हैं।
हड़ताल से क्या हो रही है परेशानी
पंचायत कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से गांवों में शासकीय योजनाओं से संबंधित सभी विकास कार्यों का क्रियान्वयन रुक गया है। खासकर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनने वाले आवासों को किश्तों का आवंटन, पात्रता पर्ची का लाभ जैसे महत्वपूर्ण काम नहीं हो पा रहे हैं। जबकि कोरोना संक्रमणकाल के दौरान राज्य और केंद्र सरकार ने विशेष पात्रता वाले परिवारों को भी राशन नि:शुल्क देने की व्यवस्था की है। लेकिन पंचायतकर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से गांवों में इस योजना पर काम नहीं हो पा रहा है।
यह संगठन हैं हड़ताल में शामिल
पंचायत सचिव संगठन, रोजगार सहायक सचिव संगठन, मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन कर्मचारी अधिकारी संघ, अभियंता संघ, जिला जनपद पंचायत कर्मचारी संघ, प्रधानमंत्री आवास योजना संघ, सोशल ऑडिट स्टाफ वेलफेयर एसोसिएशन, सहायक विस्तार अधिकारी संघ, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण ग्रामीण संघ, मध्य प्रदेश कंप्यूटर ऑपरेटर महासंघ, मध्यान भोजन ग्रामीण संघ, डीआरडीओ संघ, वाटर शेड संविदा अधिकारी कर्मचारी संघ, मनरेगा कर्मचारी संगठन, डाटा एंट्री ऑपरेटर संघ शामिल है।