दुनिया में फिसलन बहुत है, धर्म की राह पकड़ें: अंकितकृष्ण
सिलवानी । नगर के रघुवंशी मैरिज गार्डन में चल रही सात दिवसीय गो कथा महोत्सव में पांचवे दिन कथा स्थल पर मौजूद श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए गोवत पंडित अंकितकृष्ण तेनगुरिया ने युवाओं से अपील करते हुए धर्म की राह पर चलें और ईश्वर का प्रतिदिन ध्यान करें जिससे हमारे घर में धन और वैभव के साथ साथ हमारी बुद्धि का भी विकास होगा। उन्होंने कहा कि आज के दौर में पाप बहुत तेजी के साथ फल फूल रहा है और उससे बचने के लिए हमें धर्म की शरण में ही जाना होगा, धर्म ही हमें सही राह दिखा सकता है क्योंकि दुनिया में फिसलन बहुत है। तभी हमारा जीवन सफल हो सकता है आज की स्वार्थ पूर्ण दुनिया में धर्म को बदनाम करने वाले की भी कमी नहीं है जगह-जगह धार्मिक आयोजन और कथाएं खूब हो रही हैं लेकिन उनमें मन से रुचि जगाने की प्रयास होना चाहिए महाराज श्री पंडित अंकितकृष्ण ने आज के टूटते हुए रिश्ते पर कहा कि रिश्ते कच्चे धागे की भांति हैं जो पल पल पर जरा जरा सी बात पर टूट जाते हैं इन रिश्तो की अहमियत को समझिए और इन्हें टूटने से बचाइए। आज हम सबको इन रिश्तों की पवित्रता को समझना चाहिए। भगवान श्री हरि की महिमा का गुणगान करते हुए महाराज श्री बटुक जी ने कहा कि हमें सभी धार्मिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए जिससे कि धर्म की पताका और और ऊंचाइयों को छू सके सनातन धर्म बहुत विशाल और अनंत है। कथा प्रतिदन दोपहर 1 से शाम 5 बजे तक चल रही है जिसमें कड़ाके की ठंड के बावजूद लोगों की भीड़ देखने को मिल रहा है। आचार्य सतेंद्र शास्त्री ने बताया कि कथा का समापन 31 दिसंबर को पूर्णाहूति के साथ सम्पन्न होगा, जिसमें अधिक से अधिक श्रद्धालुओं से शामिल होने की अपील की है।