मूंग खरीदी को लेकर शासन के निर्देश पर असमंजस, नहीं हो सका पंजीयन शुरू

सिलवानी। तहसील में अभी तक मूंग की खरीदी के लिए रजिस्ट्रेशन केन्द्र नहीं खुले हैं और न ही किसानों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा अभी तक खरीदी केन्द्रों का निर्धारण भी नहीं किया गया है इसको लेकर किसान चिंतित हैं। जिन किसानों की फसल आ चुकी है वह बाजार में विक्रय करने मजबूर हो रहे हैं।
खेती को लाभ का धंधा बनाने के उद्देश्य से लगातार पांचवें वर्ष क्षेत्र के किसानों ने रबी व खरीफ फसल के अतिरिक्त तीसरी फसल जायद के रूप में मूंग की बोवनी की गई थी। बीते वर्ष हुई बारिश एवं लॉकडाउन के चलते किसानों ने बीते वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष रिकार्ड रकबे में मूंग की बोवनी की है। लेकिन किसान इस समय सरकार के निर्देश का इंतजार कर रहा है और अभी तक शासन के ने कोई भी निर्देश जारी नहीं किए गए।
प्रदेश सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने 8 जून को विधिवत पंजीयन को शुभारंभ भी किया गया था जिला स्तर पर कलेक्ट्रेट के एनआईसी में किसानों को पंजीयन शुभारंभ कार्यक्रम में बुलाकर मुख्यमंत्री का उद्बोधन भी सुनाया गया था। और 15 जून से तुलाई करने की घोषणा की गई थी परंतु सिलवानी सहित रायसेन जिले में अभी तक खरीदी केन्द्रों को निर्धारण नहीं होने से इस अवधि में किसानों के पंजीयन का कार्य शुरू नहीं हो सकता है। लेकिन स्थानीय अधिकारी भी इस बारे में कुछ बोलने को तैयार नहीं है। ऐसा लगता है कि पूरे देश में व्याप्त कोरोना बीमारी के संकट को लेकर सरकार के द्वारा कोई निर्देश जारी नहीं किए गए।
किसान सोसायटी एवं एमपी ऑनलाइन सेन्टरों पर भटक रहे है। सरकार द्वारा आनन फानन में योजना को लागू किया गया है। जमीनी स्तर पर कोई तैयारियां नहीं की गई है। वैसे भी अधिकतर किसानों ने व्यापारियों को औने पौने दामों में अपनी खून पसीने की मेहनत को बेच चुके है। कई किसानों ने आरोप लगाते हुये कहा कि सरकार व्यापारियों की मिलीभगत से फर्जी पंजीयन से व्यापारियों से ही मूंग खरीदी के कारण पंजीयन में बिलंब रही है।