प्यास से व्याकुल तेंदुआ फंसा जख्मी, वन अमले ने चलाया एक घण्टे बचाई तेंदुए की जान
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन। जंगलों में पानी के संकट से वन्य प्राणियों और परिंदे इन दिनों प्यास से व्याकुल हैं। तहसील गैरतगंज के वनरेंज गढ़ी के सांकल वनबीट के घने जंगल से प्यास से व्याकुल एक तेंदुआ रविवार की सुबह खेत के कुएं में प्यास बुझाने के लिए जा रहा था।तभी वह खेत की मेढ़ पर कुएं के नजदीक कंटीले तारों में फंस गया।सूचना मिलते ही गढ़ी वन परिक्षेत्र अधिकारी रजनीश शुक्ला वन अमले को लेकर सांकल गांव पहुंच गए। वन अमले की रेस्क्यू टीम ने लगभग एक घण्टे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।कंटीले तारों में फंस जाने से तेंदुआ जख्मी हो गया था। वन अमले ने उसकी मरहम पट्टी इंजेक्शन का डोज लाया गया है।
सामान्य वन मण्डल रायसेन रायसेन के डीएफओ अजय कुमार पांडेय, गढ़ी वन परिक्षेत्र अधिकारी रजनीश शुक्ला ने बताया सांकल गांव निवासी रामकिशन आदिवासी के खेत की मेढ़ की कटीली तारों में सुबह तेंदुआ फंसे होने की जानकारी गांव के लोगों को उस समय मिली जब वह मवेशियों को चराने जंगल के रास्ते से गुजर रहे थे। संभवतया प्यास से परेशान वह तेंदूआ खेत के रास्ते से जलस्रोत पर जा रहा था। तभी वह शनिवार रविवार की रात के वक्त कंटीली झाड़ियों में फंस गया था। इस कंटीलीतार की झाड़ियों में फंसे तेंदुए को सुरक्षित बाहर निकालने में वन बिहार भोपाल की टीम ने भी उल्लेखनीय सहयोग दिया।
रायसेन वन मण्डल परिक्षेत्र गढ़ी, वीट जमोनिया के कक्ष आर.एफ.-34 ग्राम सांकल से तार में फँसे एक नर घायल तेंदुए को रेस्क्यू कर रविवार को वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, भोपाल में लाया गया है।
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान जू के संचालक श्री अजय कुमार यादव ने बताया कि वन्य-प्राणी चिकित्सक डॉ. अतुल गुप्ता के नेतृत्व में रेस्क्यू दल द्वारा इस नर तेंदुए को रेस्क्यू कर लाया गया है। तेंदुए को उपचारित कर वन्य-प्राणी चिकित्सालय में रखा गया है। नर तेंदुए का सोमवार को पूर्ण चिकित्सा परीक्षण कर आगामी निर्णय लिया जायेगा।