
आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501
जय श्री हरि
🧾 आज का पंचांग 🧾
बुधवार 30 जुलाई 2025
30 जुलाई 2025 दिन बुधवार को श्रावण मास के शुक्ल पक्ष कि षष्ठी तिथि है। आज स्कन्दषष्ठी का पावन व्रत भी है। आज ही के दिन कल्कि अवतार होने वाला है, जिसकी जयन्ती आज ही के दिन बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है। आज की षष्ठी को बंगाल में लुंठनषष्ठी के नाम से जाना जाता है। आज सभी सनातनियों को “भगवान के कल्कि अवतार” की हार्दिक शुभकामनाएं।।
ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात ।।
☄️ दिन (वार) – बुधवार के दिन तेल का मर्दन करने से अर्थात तेल लगाने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है धन लाभ मिलता है।
बुधवार का दिन विघ्नहर्ता गणेश का दिन हैं। बुधवार के दिन गणेश जी के परिवार के सदस्यों का नाम लेने से जीवन में शुभता आती है।
बुधवार के दिन गणेश जी को रोली का तिलक लगाकर, दूर्वा अर्पित करके लड्डुओं का भोग लगाकर उनकी की पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
🔮 शुभ हिन्दू नववर्ष 2025 विक्रम संवत : 2082 कालयक्त विक्रम : 1947 नल
🌐 कालयुक्त संवत्सर विक्रम संवत 2082,
👸🏻 शिवराज शक 352
✡️ शक संवत 1947 (विश्वावसु संवत्सर), चैत्र
☮️ गुजराती सम्वत : 2081 नल
☸️ काली सम्वत् 5126
🕉️ संवत्सर (उत्तर) क्रोधी
☣️ आयन – दक्षिणायन
☂️ ऋतु – सौर वर्षा ऋतु
⛈️ मास – श्रावण मास
🌓 पक्ष – शुक्ल पक्ष
📆 तिथि – बुधवार श्रावण माह के शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि 02:41 AM तक उपरांत सप्तमी
🖍️ तिथी स्वामी – षष्ठी के देता हैं कार्तिकेय। इस तिथि में कार्तिकेय की पूजा करने से मनुष्य श्रेष्ठ मेधावी, रूपवान, दीर्घायु और कीर्ति को बढ़ाने वाला हो जाता है। यह यशप्रदा अर्थात सिद्धि देने वाली तिथि हैं।
💫 नक्षत्र – नक्षत्र हस्त 09:53 PM तक उपरांत चित्रा
🪐 नक्षत्र स्वामी – हस्त नक्षत्र का स्वामी चंद्रमा है। हस्त नक्षत्र का संबंध सूर्य देवता सविता से है, जो अपनी सृजन और अभिव्यक्ति शक्ति के लिए जाने जाते हैं।
🔱 योग – सिद्ध योग 03:40 AM तक, उसके बाद साध्य योग
⚡ प्रथम करण : कौलव – 01:40 पी एम तक
✨ द्वितीय करण : तैतिल – 02:41 ए एम, जुलाई 31 तक गर
🔥 गुलिक काल : – बुधवार को शुभ गुलिक 11:10 से 12:35 बजे तक ।
⚜️ दिशाशूल – बुधवार को उत्तर दिशा में दिशा शूल होता है ।इस दिन कार्यों में सफलता के लिए घर से सुखा / हरा धनिया या तिल खाकर जाएँ ।
🤖 राहुकाल : – बुधवार को राहुकाल दिन 12:35 से 2:00 तक । राहु काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए |
🌞 सूर्योदयः- प्रातः 05:21:00
🌅 सूर्यास्तः- सायं 06:39:00
👸🏻 ब्रह्म मुहूर्त : 04:18 ए एम से 05:00 ए एम
🌇 प्रातः सन्ध्या : 04:39 ए एम से 05:41 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : कोई नहीं
✡️ विजय मुहूर्त : 02:43 पी एम से 03:37 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 07:13 पी एम से 07:34 पी एम
🌌 सायाह्न सन्ध्या : 07:13 पी एम से 08:16 पी एम
💧 अमृत काल : 03:16 पी एम से 05:02 पी एम
🗣️ निशिता मुहूर्त : 12:07 ए एम, जुलाई 31 से 12:49 ए एम, जुलाई 31
⭐ सर्वार्थ सिद्धि योग : 05:41 ए एम से 09:53 पी एम
❄️ रवि योग : 05:41 ए एम से 09:53 पी एम
🚓 यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकले।
👉🏼 आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
💁🏻♀️ आज का उपाय-किसी बटुक को ताम्रपात्र भेंट करें।
🪵 वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
⚛️ पर्व एवं त्यौहार – सर्वार्थ सिद्धि योग/ रवि योग/ कल्कि जयंती/ स्कंद षष्ठी/ सूपोदनवर्ण षष्ठी/ श्रियाल षष्ठी/ ऋक हिरण्यकेशी श्रावणी/ अंतर्राष्ट्रीय मैत्री दिवस, राष्ट्रीय पर्वतारोहण दिवस, राष्ट्रीय ससुर दिवस, मानव तस्करी के विरुद्ध विश्व दिवस, अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस, वानुअतु स्वतंत्रता दिवस, अभिनेत्री उशोशी सेनगुप्ता जन्म दिवस, प्रसिद्ध क्रांतिकारी एवं स्वतंत्रता सेनानी सत्येंद्रनाथ बोस जयन्ती, सामाजिक कार्यकर्ता और पद्म भूषण सम्मानित मुत्तू लक्ष्मी रेड्डी जन्म दिवस, पार्श्व गायक सोनू निगम जन्म दिवस, सौंदर्यशास्त्री गोविन्द चन्द्र पाण्डे जन्म दिवस
✍🏼 तिथि विशेष – षष्ठी तिथि को तैल कर्म अर्थात शरीर में तेल मालिश करना या करवाना एवं सप्तमी तिथि को आँवला खाना तथा दान करना भी वर्ज्य बताया गया है। इस षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान शिव के पुत्र स्वामी कार्तिकेय जी को बताया गया हैं। यह षष्ठी तिथि नन्दा नाम से विख्यात मानी जाती है। यह षष्ठी तिथि शुक्ल एवं कृष्ण दोनों पक्षों में मध्यम फलदायीनी मानी जाती है। इस तिथि में स्वामी कार्तिकेय जी के पूजन से सभी कामनाओं की पूर्ति होती है। विशेषकर वीरता, सम्पन्नता, शक्ति, यश और प्रतिष्ठा कि अकल्पनीय वृद्धि होती है।
🏘️ Vastu tips 🏚️
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, अगर घर के मुख्य दरवाजे के पास गंदगी या कचरा रख दिया गया हो तो यह घर में निगेटिव एनर्जी को बढ़ावा देता है। गंदगी से जुड़ी ऊर्जा वहीं रूक जाती है और तरक्की में रुकावट आने लगती है। इससे घर के लोगों में आपसी झगड़े होने लगते हां और आर्थिक तंगी का हाल बन जाता है। ऐसे में कोशिश रहे कि घर के मेन गेट के पास कचरा या गंदगी न रहे।
अगर मेन गेट के सामने से बिजली का खंभा या तार लटक रहा है, तो ये वास्तु के हिसाब से ठीक नहीं मानी जाती। इससे विशेषकर घर की महिलाएं मानसिक तनाव में रहती है और सेहत की परेशानी से जूझती रहती हैं।
झाड़ू को लक्ष्मी की प्रतीक माना गया है, इसलिए दरवाजे के पास झाड़ू रखना या उस पर पैर रखना अपशकुन माना जाता है। झाड़ू को हमेशा छिपाकर रखें या कोने में रखें। माना जाता है अगर झाड़ू घर के कोने के पास है तो घर में बरकत नहीं होती।
❇️ जीवनोपयोगी कुंजियां ⚜️
क्यों होता है गठिया : अनहेल्दी फूड, एक्सरसाइज की कमी और बढ़ते वजन की वजह से घुटनों का दर्द भारत जैसे देशों में एक बड़ी समस्या का रूप लेता जा रहा है। 40-45 की उम्र में ही घुटनों में दिक्कतें आने लगी हैं। सर्वेक्षण कहते हैं कि दुनिया में करीब 40 प्रतिशत लोग घुटनों में दर्द से परेशान हैं। इनमें से लगभग 70 प्रतिशत आर्थराइटिस जैसी बीमारियों से भी जूझ रहे हैं। इनमें से 80 फीसदी अपने घुटनों को आसानी से मोड़ तक नहीं सकते। घुटनों की खराबी के शिकार 25 फीसदी लोग अपने रोजमर्रा के कामों को भी आसानी से नहीं कर पाते हैं। भारत में यह समस्या काफी गंभीर है। घुटनों का दर्द काफी हद तक लाइफ स्टाइल की देन है। यदि लाइफ स्टाइल और खानपान को हेल्दी नहीं बनाया तो यह समस्या और भी गंभीर हो सकती है। घुटने पूरे शरीर का बोझ सहन करते हैं। इन्हें बचाने का तरीका हेल्दी लाइफ स्टाइल, एक्सरसाइज और हैल्दी खानपान है। खाने में कैल्शियम वाला भोजन सही मात्रा में लें, सब्जियाँ जरूर खायें, फैट और चीनी से परहेज करें और मोटापे का पास भी न फटकने दें।
🍵 आरोग्य संजीवनी 🫖
🌿 घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय पेट की जलन के लिए:
ठंडा दूध पिएंबिना चीनी का ठंडा दूध पीने से पेट की अम्लता कम होती है। यह पेट को शांत करता है और जलन को कम करता है।
सौंफ खाने के बाद एक चम्मच सौंफ चबाएं। चाहें तो सौंफ को उबालकर उसका पानी भी पी सकते हैं।
गुड़ छोटे टुकड़े में गुड़ मुंह में रखकर धीरे-धीरे चूसें।
यह पेट को ठंडक देता है।
धनिया पानी रातभर एक चम्मच धनिया के बीज पानी में भिगोकर रखें, सुबह छानकर पिएं।
एलोवेरा जूस एलोवेरा जूस (बिना शक्कर) सुबह खाली पेट पिएं, यह पेट की सूजन और जलन को कम करता है।
नींबू पानी (बिना नमक/शक्कर) नींबू पानी पेट को साफ करता है और एसिड बैलेंस में मदद करता है।
छाछ एक गिलास ठंडी छाछ में थोड़ा सा पिसा हुआ जीरा और काला नमक मिलाकर पिएं।
⚠️ बचाव के लिए ध्यान रखें:
क्या करें ✅ क्या न करें ❌
समय पर भोजन करें ज्यादा मसालेदार और तला हुआ खाना न खाएं
एक बार में ज्यादा न खाएं खाने के तुरंत बाद न सोएं
हल्का वॉक करें भोजन के बाद बहुत चाय/कॉफी या कोल्ड ड्रिंक न लें
स्ट्रेस न लें धूम्रपान और शराब से बचें
📖 गुरु भक्ति योग 🕯️
बुध को मज़बूत करने के उपाय:
✅ बुधवार का व्रत करें* हरे वस्त्र पहनें हरे चने का दान करें ✅ ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः मंत्र का जाप 108 बार प्रतिदिन सुबह करें विशेषकर बुधवार को अधिक लाभकारी ✅ तुलसी का सेवन और पूजन तुलसी बुध ग्रह से जुड़ी है। तुलसी के पास दीपक जलाना लाभकारी है। ✅ पन्ना रत्न (Emerald) धारण करें यदि कुंडली के अनुसार उपयुक्त हो ( बिना सलाह न पहनें) ✅ बुद्धि से जुड़ी क्रियाएं करें
शतरंज, पहेलियाँ, गणित, या विश्लेषणात्मक कार्य करें
दिमाग सक्रिय रहेगा और निर्णय क्षमता बढ़ेगी।
निर्णय लेने के व्यवहारिक उपाय:
🧠 लिखकर सोचें:
जब कोई निर्णय लेना हो, तो उसे कागज़ पर लिखें।_
“फायदा बनाम नुकसान” का विश्लेषण करें।
👂 विश्वसनीय सलाहकार से सलाह लें:
– निर्णय अकेले न लें, खासकर जब मानसिक असमंजस हो।
🧘♂️ ध्यान और मानसिक स्पष्टता बढ़ाएँ:
– रोज़ 10 मिनट का ध्यान, खासकर सुबह के समय
– इससे बुध को मानसिक शक्ति मिलती है।
📚 जानकारी इकट्ठा करें: अधूरी जानकारी में निर्णय न लें।
बुध ज्ञान का ग्रह है; उसे “सटीक जानकारी” से बल मिलता है।
ज्योतिषीय प्रसिद्ध ग्रन्थ ज्योतिर्विदाभरण ग्रन्थ मे लिखा है में
” खगेरिता साधुफलं जनेन
तदर्चया यत्तदितं वरेण्यम् ।
सदौषधिस्नान विधानहोमा
पवर्जनेभ्योऽभ्युदयाय वा स्यात्। ।
अर्थात ग्रहो के अनिष्ट फल की शान्ति ग्रह- पूजा , ओषधि स्नान, होम एवं दान करने से होती है और मनुष्य का अभ्युदय होता है ।
श्री गुरुदेव प्रदत्त बुध औषधीय स्नान – बुध शुभत्व वृद्धि के लिए नागकेशर, पोहकरमूल , अक्षत , मुक्ताफल , गोरोचन , मधु , मैनफल और पंचगव्य से स्नान करना अत्यंत श्रेष्ठ रहता है ।
बुध शुभत्व हेतु श्री गणेश प्रयोग- बुधवार को सुबह स्नान के बाद अपने घर के श्री गणेश जी को 11 दूर्वा जल से धोकर एवं थोड़ा इत्र लगाकर चरणो मे अर्पित करने से बुध ग्रह के अनुकूल प्रभाव प्राप्त होते है ।
बुध यंत्र धारण -बुध ग्रह के शुभ परिणाम प्राप्ति के लिए बुध का यंत्र अभिमंत्रित कर धारण करे अति श्रेष्ठ फल प्राप्त होते हैं ।
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⚜️ षष्ठी तिथि आपके उपर यदि मंगल कि दशा चल रही हो और आप किसी प्रकार के मुकदमे में फंस गये हों तो षष्ठी तिथि को भगवान कार्तिकेय स्वामी का पूजन करें। मुकदमे में अथवा राजकार्य से सम्बन्धित किसी भी कार्य में सफलता प्राप्ति के लिये षष्ठी तिथि को सायंकाल के समय में किसी भी शिवमन्दिर में षण्मुख के नाम से छः दीप दान करें। कहा जाता है, कि स्वामी कार्तिकेय को एक नीला रेशमी धागा चढ़ाकर उसे अपने भुजा पर बाँधने से शत्रु परास्त हो जाते हैं। साथ ही सर्वत्र विजय कि प्राप्ति होती है।।

