किसान का मुआवजा खुद हड़प लिया : खंडवा की सहकारिता उपायुक्त ने रायसेन में 1.54 करोड़ रुपए का गबन किया था , हुई एफआईआर दर्ज सस्पेंड भी होगी
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन । खंडवा सहकारिता विभाग की उपायुक्त मीना डाबर पर उदयपुरा पुलिस ने 1.54 करोड़ रुपए गबन के मामले में आरोपी बनाकर उनके खिलाफ केस दर्ज किया है। मीना डाबर ने रायसेन में उपायुक्त पद पर रहते हुए उस समय प्रशासक रहे नारायणसिंह हाडा एवं तत्कालीन शाखा प्रबंधक रामबाबू शर्मा सहकारिता भोपाल से साठगांठ कर किसान की जमीन को सेवा सहकारी संस्था उदयपुरा की बताकर सड़क विकास निगम से मुआवजा ले लिया था।
मीना डाबर समेत रामबाबू शर्मा, एनएस हाड़ा ने सांठगांठ करके स्थानीय किसान खुमानसिंह धाकड़ की जमीन सहकारी संस्था के नाम बताकर सड़क विकास निगम से 1 करोड़ 53 लाख 64 हजार 766 रुपए ले लिए और उसमें से 1.41 करोड़ रुपए निकालकर बांट लिए। वर्तमान में मीना डाबर खंडवा में सहकारिता उपायुक्त के पद पर है। डाबर रिटायर्डमेंट की कगार पर है, उनके पति खंडवा में ही शिक्षक पद से रिटायर हुए है। सहकारिता भोपाल के संयुक्त पंजीयक जगदीश कन्नौजे के मुताबिक, यदि कोर्ट में चालान पेश होता है तो मीना डाबर पर निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।
मेरे खिलाफ एफआईआर नहीं हुई….
इस घोटालेबाजी के मामले में उपायुक्त मीना डाबर का कहना है कि, मेरे खिलाफ कोई एफआईआर नहीं हुई है। इधर, पुलिस के मुताबिक, साठगांठ कर स्थानीय किसान खुमानसिंह धाकड़ की जमीन सहकारी संस्था के नाम पर बताकर सड़क विकास निगम से 1 करोड़ 53 लाख 64 हजार 766 रुपए की मुआवजा राशि प्राप्त कर ली। इसके बाद तीनों ने मिलकर उसमें से 1.41 करोड़ रुपए निकाल कर भ्रष्टाचार किया। जिसकी वसूली के लिए उपायुक्त सहकारिता विभाग खंडवा मीना डाबर एवं अन्य दो के खिलाफ थाना उदयपुरा जिला रायसेन में 26 अक्टूबर 2021 को केस दर्ज किया गया। इनके खिलाफ मप्र सिविल सेवा आचरण नियम 1965 की कंडिका के तहत वैधानिक कार्रवाई भी होगी।