मध्य प्रदेश

नहरों के रख रखाव में ना हो लापरवाही, किसानों को समय पर मिले पानी- जल संसाधन मंत्री सिलावट

जल संसाधन एवं मछुआ कल्याण मंत्री सिलावट तथा स्वास्थ्य मंत्री डॉ चौधरी ने हलाली डेम का किया निरीक्षण
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन ।
जल संसाधन एवं मछुआ कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने जिले के हलाली डेम स्थित गेटवे में बैठक आयोजित कर विभागीय गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने समीक्षा के दौरान नहरों के रखरखाव की जानकारी लेते हुए कहा कि इस डेम से रायसेन और विदिशा जिले के लगभग 12 हजार किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलता है तथा लगभग 40 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होती है। सिंचाई के लिए समय पर पर्याप्त पानी मिले यह सुनिश्चित किया जाए। जल संसाधन एवं मछुआ कल्याण मंत्री सिलावट तथा स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने मोटर बोट में बैठकर हलाली डेम का अवलोकन भी किया।
जल संसाधन मंत्री सिलावट ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि डेम से लाभन्वित सभी किसानो से लगातार चर्चा करें, जल समिति के सदस्यों के साथ बैठक कर सुझाव भी ले, स्थानीय जन प्रतिनिधियों से भी चर्चा करें। उन्होंने कहा कि हलाली बांध से लगभग 115 गांव के किसान लाभान्वित होते है। उनसे संपर्क में रहे। डेम से सिंचाई का पानी देने से पहले सभी किसानों के साथ बैठक करें, लगातार सभी लोगो से संपर्क करते रहें।
मंत्री सिलावट ने निर्देश दिए की डेम से निकलने वाली नहरों का निरीक्षण करें और उनके रख रखाव की समुचित व्यवस्था की जाए। जल संसाधन के अधिकारी और स्थानीय एसडीएम को निर्देश दिए की डेम, नहरों के आसपास यदि अतिक्रमण है तो उसे तुरंत हटाया जाए। बांध से पानी ओवर फ्लो और बाढ़ की स्थिति में कितने क्षेत्र डूब में आ जाते है उनकी अद्यतन स्थिति की जानकारी देने के निर्देश दिए। उसके लिए अलग से कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डेम के लिए 19 करोड़ रू की राशि स्वीकृत की गई है। जिससे डेम से ओवर फ्लो होने की स्थिति से निपटने के लिए कार्य योजना बनाई गई है तथा इसके लिए अलग से गेट लगाए जायेंगे और अतिरिक्त पानी निकाला जाएगा।
मंत्री सिलावट ने कहा कि स्थानीय नगरीय निकायों को पीने का पानी दिया जा रहा है। इसके लिए भी सभी संबंधित निकायों से बकाया राशि वसूल करने की करवाई की जाए। इसके लिए लगातार संपर्क कर राशि वसूल की जाए। उन्होंने डेम के कैचमेंट क्षेत्र और नहरों के किनारे वृक्षारोपण करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही पूरे प्रदेश में सभी डेमो और नहरों के आसपास खाली जगहों पर व्यापक वृक्षारोपण करने के निर्देश दिए है।
जल संसाधन एवं मछुआ कल्याण मंत्री सिलावट ने समीक्षा के दौरान मत्स्य पालकों को किसान क्रेडिट कार्ड वितरण की जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि पात्र मत्स्य पालकों को क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराया जाए जिससे कि वह अपने व्यवसाय का विस्तार कर सकें। मंत्री सिलावट द्वारा दोनों विभागों में अनुकम्पा नियुक्ति के लंबित प्रकरणों की जानकारी लेने पर कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने अवगत कराया कि जिले में जल संसाधन एवं मछुआ कल्याण विभाग में अनुकम्पा नियुक्ति का कोई भी प्रकरण लंबित नहीं है।
बैठक में स्वास्थ मंत्री डॉ चौधरी ने कहा की सॉची विधानसभा के 35 गॉव इससे पानी लेते है। डेम से लगे हुए गांव में पानी उपलब्धता के लिए अलग से योजना बनाई जाए। दीवानगंज, महुआ खेड़ा और पास गांव में भी पानी पहुंचाने के लिए पाइप लाइन बढ़ाई जाए। उन्होंने आवश्यकतानुसार पुल पुलिया बनाए जाने के लिए भी कहा जिससे कि बरसात में भी गांव से कनेक्टिविटी बनी रहे। धनियाखेड़ी, गडरा खेड़ी गांव के लोगो की सुविधा के लिए भी पुलिया बनाई जाए। इसके लिए जल संसाधन मंत्री ने तुरंत टेंडर लगाने के निर्देश दिए और अलग से सभी बताए गए कामों के लिए समीक्षा कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर उमाशंकर भार्गव, प्रमुख अभियंता जल संसाधन डावर, एमडी मछुआ कल्याण पुरुषोत्तम धीमान, एसडीएम एलके खरे सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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