भाईयों की कलाई पर सजी स्नेह की ड़ोर बहनों को उपहार के साथ भाईयों ने दिया जीवनभर रक्षा का वचन
बहनों ने राखी बांधकर भाई को दिया मास्क: फिर पहनने का संकल्प भी दिलाया तो किसी ने रक्षा का वचन लिया
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन। रविवार को सावन माह की पूर्णिमा बाइस अगस्त को भाई बहन के स्नेह के प्रतीक रक्षाबंधन पर्व असीम उत्साह के बीच धूमधाम से मनाया।बहनों ने अपने लाडले भाईयों को पठिए पर बिठाया। उसके माथे पर मंगल तिलक लगाया और हाथ की कलाई पर राखी बांधी। हाथों में नारियल रुमाल देकर उनकी आरती उतारी । वहीं भाईयों ने बहनों को उपहार देकर चरण छुए और जिंदगी भर रक्षा करने का वचन दिया।
कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के चलते जिला जेल पठारी में रक्षाबंधन के त्यौहार पर भी मुलाकात पर लगाई गई।
रक्षाबंधन पर्व पर बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर माथे पर तिलक किया। किसी ने भाई से रक्षा का वचन लिया तो किसी ने भाई को मास्क देकर उसे पहनने का संकल्प दिलाया। किसी ने पौधों को राखी बांधकर उनकी रक्षा का संकल्प लिया। इधर जिला जेल पठारी में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की संभावना के चलते मुलाकात पर रोक लगाए जाने से बहने अपने भाईयों को रक्षासूत्र नहीं बांध पाईं और न ही मुलाकात कर सकीं। बहने निराश होकर अपने घर वापस लौटीं।
नरापुरा मोहल्ला निवासी जिया रैकवार के द्वारा अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर कोरोना जैसी महामारी से बचाव के लिए नियमित मास्क पहनने, हाथ साफ करने और हमेशा ही सोशल डिस्टेंश का पालन करने का संकल्प दिलाकर मास्क भेंट किए। बाल भवन में रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया गया। सरिता कोलमेन के मार्गदर्शन में बहनों ने अपने भाईयों की कलाई में राखी बांधकर मिठाई खिलाई गिफ्ट आशीर्वाद दिया। जिला जेल के बाहर लगा रहा जवानों का पहरा जेल में बंद भाइयों परिजनों से मुलाकात पर रोक लगाई गई। गेट के पास सूचना चस्पा की गई जिसमें लिखा गया कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए सभी प्रकार की मुलाकात प्रतिबंधित है। रविवार होने के कारण सामान्य मुलाकात भी बंद रहेगी। लेकिन त्योहार के दिन ही सूचना चस्पा की गई जिससे लोग जिला जेल पहुंच गए। यदि पहले से सूचना जारी की हाेती तो लोग परेशान न होते। गेट बंद रखा गया और बाहर पुलिस का पहरा लगाया गया। महिलाएं बच्चे बाहर ही बैठे रहे।
रुटीन भोजन की छुट्टी, पकवान बने
रक्षाबंधन नगर में धूमधाम से मनाया गया। राखी बांधने का शुभ मुहूर्त को लेकर सुबह से घरों में बहन भाई के इस त्यौहार को लेकर तैयारियां शुरू हो गई। बहनें सज धजकर अपने भाइयों के घर पहुंची। जहां ईश्वर पूजन के बाद भाई को तिलक मिष्ठान, पूजन, नारियल, रूमाल के साथ राखी बांधी। इस मौके पर बच्चों में विशेष उत्साह देखने मिला। इसके अलावा अनेक जगहों पर धार्मिक अनुष्ठान भी हुए। लगभग सभी घरों में रूटीन भोजन की छुटटी रही।
विशेष पकवान तैयार किए गए। रमाकवि वार्ड निवासी मनीषा साहू ने बताया कि चाट, कचौरी इस त्यौहार पर बनाई थी। जिसका स्वाद लेकर सभी ने त्यौहार का आनंद लिया। इसी तरह अन्य घरों का भी माहौल रहा। इस दौरान सबसे ज्यादा बच्चे उत्साहित रहे। सुबह से ही भाई-बहिन इसे लेकर हलचल करते रहे।
एक दूजे को भुजरिया देकर बोले मेहरबानी बनाए रखना….
रक्षाबंधन पर्व के दूसरे रोज सोमवार को भुजरियों का परपंरागत तरीके से विसर्जन किया गया। कोविड 19 की वजह से जुलूस लहंगी पर प्रतिबंध रहने पर सादगी पूर्ण तरह से मनाया गया। एक दूसरे को भुजरियों का आदान प्रदान कर लोग बोले जीवन भर इसी तरह से मेहरबानी बनाए रखें।छोटों ने बड़े बुजुर्गों के पांव छूकर भुजरियां प्रदान की।